‘बुली बाई’ बनाने वाले यूजर को ब्लॉक किया, केंद्रीय सूचना-प्रौद्योगिकी मंत्री ने दी जानकारी
नई दिल्ली। मुस्लिम महिलाओं की विवादास्पद तस्वीरें अपलोड करने वाले मोबाइल एप बुली बाई के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। महिला पत्रकार ने पुलिस को बताया है कि कुछ अज्ञात लोगों का समूह उन्हें निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है।उनकी छवि बिगाड़ रहा है।
दक्षिण-पूर्व दिल्ली के साइबर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई। केंद्रीय सूचना-प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि ‘बुली बाई’ एप को बनाने वाले को भी प्रतिबंधित किया है। बुली बाई को गिटहब नामक प्लेटफॉर्म पर बनाया गया था।वैष्णव ने बताया कि गिटहब ने इसकी पुष्टि की है कि उसने ‘बुली बाई’ बनाने वाले यूजर को ब्लॉक कर दिया है।
सिलसिले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस बारे में शिवसेना की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने अब तक की गई कार्रवाई के संबंध में वैष्णव से सवाल किया था।
उन्होंने लिखा था, ‘सांप्रदायिक आधार महिलाओं के खिलाफ इस तरह के चित्रण के मामले में तत्काल कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। मैं इस संबंध में कई बार आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव जी को लिख चुकी हूं।लेकिन अफसोस की बात है कि अभी तक मामले को लगातार अनदेखा किया है।
गौरतलब है कि रिपोजिटरी होस्टिंग सर्विस गिटहब पर बने विवादास्पद मोबाइल एप में मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को उनकी सहमति के बिना अपलोड किए जाने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों के बीच नाराजगी उत्पन्न कर दी है।
बुली बाई नामक एप को कथित तौर पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों की नीलामी करते हुए पाया गया था। कुछ महीनों बाद कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने इसी तरह का एप सुल्ली डील बनाया, जिसमें सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं के सोशल मीडिया अकाउंट्स से ली गईं तस्वीरें अपलोड और नीलाम की गईं।