राजस्थान विवि को केन्द्रीय विवि का मिले दर्जा- सांसद रामचरण
नई दिल्ली। लोकसभा में बुधवार को जयपुर सांसद रामचरण बोहरा ने नियम ३७७ के तहत जयपुर स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की मांग रखते हुए कहा कि राजस्थान विश्वविद्यालय प्रदेश का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है। इसमें लगभग ७.५० लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
विश्वविद्यालय में ३५ स्नात्तकोत्तर विभाग एवं २० सेंटर स्थापित है। उन्होंने बताया कि राजस्थान विश्वविद्यालय में देश व विदेश से भी विद्यार्थी अध्ययन ग्रहण करने आते हैं। इस विश्वविद्यालय में देश व विदेश के ६० व ७० के दशक में आचार्य जी.सी.पांडेय, दयाकृष्ण, सतीश चंद्रा, एस.एस.रामास्वामी, जी.सी.शर्मा, आर.सी.मेहरोत्रा, एस.पी.वर्मा, एन.वी.माथुर, सी.रंगराजन, राजा.जे.चल्लाइया, राजकृष्णा, इकबाल नारायण, सी.पी.भामरी जैसे विख्यात आचार्य पूर्व में अध्ययन करा चुके हैं।
श्री बोहरा ने कहा कि राजस्थान विश्वविद्यालय देश के कई विश्वविद्यालयों में से एक है। इस विश्वविद्यालय में ७ संगठक विश्वविद्यालय व ५५० संबधक महाविद्यालय है। हाल ही में नैक ने राजस्थान विश्वविद्यालय को ए.श्रेणी का दर्जा दिया है। यह विश्वविद्यालय ४०० एकड़ भूमि में फैला हुआ है। इसमें २२ छात्रावास हैं, जिनमें छात्रा एवं छात्राओं के अलग-अलग रहने की व्यवस्था है। इस विश्वविद्यालय में शौध पर विशेष ज्ञान दिया जाता है, जो देश व विदेश में प्रख्यात है, यहां के आचार्य जो विद्यार्थी शोध के लिए आते है उन्हें नई तकनीकी से शोध का कार्य संपन्न कराते हैं।