परिसर से बाहर न गूंजे माइक के स्वर, अराजक तत्वों की समाज में कोई जगह नहीं : सीएम योगी

Yogi Adityanath

लखनऊ। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में धार्मिक शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसक घटना के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूबे में धार्मिक आयोजनों को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं। उन्होंने 4 मई तक पुलिस व प्रशासन के अफसरों की छुट्टी रद्द कर दी है। साथ ही माइक की आवाज को धार्मिक परिसरों तक ही सीमित करने को कहा है। योगी ने सोमवार की रात पुलिस व प्रशासन के शासन से लेकर मंडल तक के आला अफसरों संग विडियो कान्फ्रेंसिंग की। उन्होंने कहा कि धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ तय स्थान पर ही हों। सड़क मार्ग, यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन न हो। अपनी धार्मिक विचारधारा के अनुसार सभी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है। माइक का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज़ उस परिसर से बाहर न आए। अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। नए स्थलों पर माइक लगाने की अनुमति न दें।

योगी ने कहा कि कोई शोभायात्रा या धार्मिक जुलूस बिना अनुमति के न निकाली जाए। अनुमति देने से पूर्व आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए। अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दिया जाए, जो पारंपरिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए। हालिया दिनों में विभिन्न धर्मों के कई पर्वों का आयोजन हुआ। यह सुखद है कि पूरे प्रदेश में शांति और सौहार्द का माहौल बना रहा। प्रदेश में हर एक नागरिक की सुरक्षा हम सभी का प्राथमिक दायित्व है। हमें अपने इस दायित्व के प्रति सदैव सतर्क रहना होगा। योगी ने कहा कि आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व-त्योहार हैं।

रमजान का महीना चल रहा है। ईद का त्योहार और अक्षय तृतीया एक ही दिन हो सकता है। इसलिए, पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा। थानाध्यक्ष से लेकर एडीजी तक अगले 24 घंटे के भीतर अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ संवाद बनाएं। एसओ, सीओ और पुलिस कप्तान से लेकर जिलाधिकारी, मंडलायुक्त तक सभी प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की 4 मई तक छुट्टी निरस्त रहेगी। जो छुट्टी पर हैं, अगले 24 घंटे के भीतर तैनाती स्थल पर वापस लौटें। सीएम कार्यालय इसकी मॉनिटरिंग करे।
सीएम ने कहा कि हर एक पर्व शांति से संपन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों के लिहाज से सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों, माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए। ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। ड्रोन का उपयोग कर स्थिति पर नजर रखें। रोज शाम पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे। पीआरवी 112 एक्टिव रहे।