आज़मगढ़ को मझधार में छोड़कर भाग गए अखिलेश यादव, सपा की प्रवृत्ति ही धोखा देने की: योगी
आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को आजमगढ़ में भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे। इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर हमला बोला और कहा कि जिसे आप चुनते थे, वे विकास तो नहीं कर पाए और आपके सामने पहचान का संकट भी खड़ा कर दिया। जब फिर से सहारा देने की ज़रूरत थी तो आज़मगढ़ को मझधार में छोड़कर भाग कर गायब हो गए। समाजवादी पार्टी की प्रवृत्ति ही धोखा देने की है।
आपको बता दें कि 2019 में आजमगढ़ से अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। लेकिन विधानसभा में जीत हासिल करने के बाद उन्होंने आजमगढ़ लोकसभा सदस्य के तौर पर इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद यह सीट खाली हो गई थी। पर अब उस पर उपचुनाव हो रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने आज़मगढ़ के विकास को काशी और गोरखपुर के विकास के तर्ज पर आगे बढ़ाने का काम किया है और ईमानदारी के साथ किया है। आज़मगढ़ को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से भी जोड़ दिया गया है। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए दावा किया कि ‘घोर परिवारवादियों और दंगावादियों’ को आजमगढ़ में फिर से सबक मिलने जा रहा है। सिंह ने कहा कि आजमगढ़ लोकसभा के इस उप चुनाव में जब कमल खिलेगा तो उसकी सुगंध 2024 के लोकसभा चुनाव तक बनी रहेगी और भाजपा उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 लोकसभा सीटें जीतने में सफल होगी।
आजमगढ़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को मैदान में उतारा है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने यहां से शाहआलम उर्फ गुडडू जमाली को प्रत्याशी बनाया है। यहां उपचुनाव 23 जून को होंगे। सपा ने 2022 के विधानसभा चुनाव में आजमगढ़ जिले की सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी। हालांकि, पार्टी प्रदेश में सरकार बनाने में विफल रही।
आज़मगढ़ की जनसभा को सम्बोधित करते हुए सिंह ने कहा कि आज़मगढ़ ऋषि दुर्वासा की तपोभूमि है, जहां बात न्याय और धर्म की आती थी वहां ऋषि दुर्वासा किसी को माफ़ नहीं करते थे और यही कारण है कि यहां की जनता भी अब उन लोगों माफ नहीं करेगी जिन्होंने यहां सांसद रहते हुए भी उनके सुख-दुःख की चिंता नहीं की।