तनाव मुक्त रहने के लिए हौसले की जरूरत: दयाशंकर मिश्र
भागती दौडती दुनिया में लोग काफी तनाव में हैं यह तनाव कहां से आ रहा है, इस पर विचार करने की जरूरत है और तनावमुक्त रहने के लिए हौसले की जरूरत है. यह कहना है चर्चित पुस्तक जीवन संवाद के लेखक व वरिष्ठ पत्रकार दयाशंकर मिश्र का. दयाशंकर मिश्र शनिवार को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के गांधी ऑडिटोरियम में जीवन संवाद व्याख्यान के अंतर्गत संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने लोगों को तनावमुक्त जीवन जीने के कई मंत्र दिए |
दयाशंकर मिश्र ने कहा कि तनाव मुक्त जीवन जीने लिए मन की सफाई की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हम छोटी-छोटी बातों को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लेते हैं अथवा दूसरों की देखादेखी करते हैं. इससे स्पर्द्धा शुरू हो जाती है और व्यक्ति तनाव में आ जाता है. व्यक्ति को बदले की भावना छोड़नी होगी. सब कुछ ईश्वर पर छोड़ दें। हम ईश्वर के आदर्शों को अपने जीवन में उतारें. अपने को बड़ा समझना बड़ी भूल है. दयाशंकर मिश्र ने प्रेम की चर्चा करते हुए कहा कि हमें असहमति और प्रेम के बीच अंतर को समझना होगा. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे इंसान का मन दिन प्रति दिन कमजोर और कठोर होता जा रहा है. उन्होंने इसे मजबूत बनाने पर जोर दिया. उन्होंने आगे कहा कि लोग क्या कहेंगे, इस पर विचार करने की आवश्यकता नहीं है. साथ ही उन्होंने जीवन में धीरे धीरे आगे बढने और चलने की सलाह दी.
दयाशंकर मिश्र ने वहां उपस्थित विद्यार्थियों और युवाओं को सलाह दी कि वह सोच विचार कर पूरी दृढ़ता के साथ अपना करियर चुनें. बतौर विशिष्ट अतिथि आकांक्षा समिति झांसी की पूर्व अध्यक्ष डॉ प्रीति चौधरी ने कहा कि व्यक्ति को मन से मायूस नहीं होना चाहिए. अंधेरे में दिया की रोशनी हमें प्रेरित करती है. कार्यक्रम में किसान नेता शिवनारायण परिहार, महेंद्र शर्मा, प्यारे लाल बेधड़क, शेखर राज बड़ोनिया आकांक्षा समिति की संरक्षक श्रद्धा गोयल आदि मौजूद रहे. अध्यक्षता बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ मुन्ना तिवारी ने तथा संचालन शाश्वत सिंह ने किया.
संयोजक डॉ उमेश कुमार ने आभार व्यक्त किया.इस कार्यक्रम में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय ललित कला संस्थान की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ श्वेता पांडेय, परमार्थ समाजसेवी संस्था के कार्यक्रम अधिकारी मान सिंह राजपूत, वरिष्ठ पत्रकार संतोष पाठक, लक्ष्मी नारायण शर्मा, अधिवक्ता राजेंद्र शर्मा, अधिवक्ता गौरव जैन, समाजसेवी डॉ नीति शास्त्री, नेहा अग्रवाल, संगीता अग्रवाल, सुमन राय आदि भी शामिल रहे।