Ration Card: यूपी में गरीबों के राशन में हेराफेरी, खाद्य आयुक्त ने दिए जांच के आदेश
यूपी में कई जिलों में ऐसी कुछ उचित दर की दुकानें हैं, जो 1 दिन में 300 से 500 कार्डों धारको पर राशन का वितरण कर रही है. लेकिन उन सभी को भलीभांति राशन नहीं मिल पा रहा है.
Lucknow: उत्तर प्रदेश में गरीबों रेखा वाले परिवारों को मिल रहे मुफ्त राशन में उचितदार के दुकानदारों द्वारा हेराफेरी की शिकायते सामने आ रही है। इस बात का खुलासा अगस्त 2023 महीने में हुए राशन वितरण की एक रिपोर्ट में सामने आ रहा है. इस रिपोर्ट के अनुसार, यूपी में कई जिलों में ऐसी कुछ उचित दर की दुकानें हैं, जो 1 दिन में 300 से 500 कार्डों धारको पर राशन का वितरण कर रही है. लेकिन उन सभी को भलीभांति राशन नहीं मिल पा रहा है. इस बारे में खाद्य आयुक्त ने ऐसी दुकानों को 2 श्रेणियों में बांटते हुए उनकी 10 बिंदुओं पर जांच के आदेश दे दिए हैं. सभी जिलों के संबधित अधिकारियों से इस बारे में 15 दिन में जांच रिपोर्ट मांगी है.
दो तरह की टीमें करेगी जांच
सौरभ बाबू, खाद्य आयुक्त ने अपने आदेश में कहा कि ऐसी दुकानें जहां 1 दिन में 500 या उससे अधिक कार्ड धारकों को राशन बांटा गया है, उनकी जांच संयुक्त आयुक्त खाद्य या उपायुक्त खाद्य द्वारा गठित टीमें करेंगी. जबकि, जिन दुकानों पर 300 से 500 कार्ड धारकों को 1 दिन में राशन वितरित किया है, उनकी जांच जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा टीम गठित कर कराई जाएगी.
क्या है आदेश
सौरभ बाबू, खाद्य आयुक्त की ओर से जारी आदेश के अनुसार, 1 दिन में 300 से 500 कार्ड धारकों को बायोमीट्रिक कराते हुए राशन बांटना संदेह के घेरे में है. साथ ही ऐसी शिकायतें भी मिली हैं कि दुकानदार बायोमीट्रिक तो करवाते हैं लेकिन कार्डधारकों को राशन नहीं देते हैं.
ये है वजह
अधिकारियों के अनुसार, सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक 16 घंटे बिना रुके भी राशन वितरण किया जाए, तो 1 घंटे में करीब 15 कार्ड धारकों का बायोमीट्रिक कराते हुए राशन वितरित हो सकता है. यानी 16 घंटे में 240 कार्ड धारकों को राशन बांटा जा सकता है. हालांकि सामान्य तौर पर ऐसा होता नहीं है.
इन बिंदुओं पर हो जांच
- दुकानों पर ई-पॉस मशीन से लाभार्थियों का बायोमीट्रिक करने के बाद तुरंत राशन दिया जा रहा है या एक-दो दिन बाद दिया जा रहा है.
- दुकानों पर राशन वितरण नोडल अधिकारी की मौजूदगी में हुआ है या नहीं.
- नोडल अधिकारियों की मौजूदगी में अंत्योदय कार्ड धारकों को चीनी का वितरण किया गया या नहीं.
- दुकानों पर ई-पॉस मशीनों से आवश्यक वस्तुओं का सुचारू रूप से मुफ्त वितरण हो रहा है या नहीं.
- तय मात्रा में कार्ड धारकों को राशन मिल रहा है या नहीं। घटतौली की शिकायत पर पीड़ितों के बयान लिए जाएं.
- स्टॉक रजिस्टर और गोदाम का भौतिक सत्यापन किया जाए.