जीन्स वाली नीली डाई कॉलोनी को बना रही कैंसर कॉलोनी
नई दिल्ली। 22 साल के नौशाद और ८वीं क्लास में पढ़ने वाले १६ साल के आलोक राठौड़ में एक बात समान है, दोनों को कैंसर है।
दोनों एक-दूसरे के पड़ोसी हैं। हालांकि, नौशाद को कैंसर की बीमारी की वजह लगभग स्पष्ट है, लेकिन आलोक के बारे में कुछ पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता।
नीली डाई यहां रहने वालों को कैंसर की बीमारी दे रही है, कॉलोनी को कैंसर कॉलोनी बना रही है। नौशाद उत्तरपूर्वी दिल्ली के शिव विहार इलाके में एक जीन्स फैक्टरी में जीन्स डाई करने का काम करता है।
दिल्ली के सस्ते बाजारों में सप्लाई करने के लिए इस फैक्टरी में शायद सस्ती डाई का इस्तेमाल किया है, जो कैंसरकारी होती है।
जीन्सों की रंगाई का काम करते-करते उसे कैंसर हो गया और कैंसर फैलने के डर से उसे अपना दाहिना हाथ कटवाना पड़ा। हालांकि, इस इलाके में कैंसर की बीमारी इतनी तेजी से क्यों फैल रही है इसे लेकर मुस्तफाबाद इलाके में कोई स्टडी नहीं की गई है।