इंदिरापुरम में 2 बच्चों की हत्या कर, 8वीं मंजिल से 2 पत्नियों संग लगाई छलांग
गाजियाबाद। गाजियाबाद के पॉश इलाके इंदिरापुरम में मंगलवार सुबह एक शख्स ने बेटा-बेटी की हत्या के बाद अपनी दोनों पत्नियों के साथ 8वीं मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली। एक महिला गंभीर रूप से घायल है। इस कांड के पीछे की राकेश वर्मा को जिम्मेदार बताया जा रहा है जो मरने वाले शख्स का साढू है। पुलिस को घर की दीवार पर लिखा हुआ एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें लिखा है कि क्रिया कर्म के पैसे, हमारी पांचों की आखिरी तमन्ना है कि हमारी लाशों को एक साथ जलाया जाए। हमारी मौत का जिम्मेदार है राकेश वर्मा। मरने वाला शख्स 500 रु के साथ एक चेक भी छोड़ कर गया है।
एसएसपी सुधीर कुमार का कहना है कि एक शख्स ने सोसाइटी की 8वीं मंजिल से अपनी दो पत्नियों के साथ छलंगा लगा दी है। इसमें से 2 की मौके पर ही मौत जबकि 1 महिला को अस्पताल में भर्ती कराया है। जब वह घर पहुंचे तो वहां पर दो बच्चों की लाश उन्हें मिली है। जिसमें एक 10 से 11 साल की लड़की है और दूसरा लड़का है।
घटनास्थल पर मौजूद गाजियाबाद के एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि कुछ समय पहले कॉलोनी के गार्ड ने आठवीं मंजिल से दो महिलाओं और एक आदमी को कूदते देखा। सूचना पाकर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि फ्लैट में रहने वाले शख्स की दो पत्नियां थीं। इसी बात को लेकर अक्सर चिक-चिक मची रहती थी। घटना से पूर्व भी काफी देर तक फ्लैट से चीखने-चिल्लाने की आवाजें आती रही थीं। उसके कुछ देर बाद ही कालोनी सुरक्षा गार्ड्स को 8वीं मंजिल की बालकनी से कुछ लोगों के नीचे गिरने की सूचना मिली।
घटनास्थल पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने एजेंसी को बताया, “पति-पत्नी और दो बच्चों की मौत हो गई। जबकि एक महिला को गंभीर हालत में अस्पातल में भतीर् कराया गया है। परिवार में बची घायल महिला कौन है अभी यह भी पता नहीं लगा है।” अब तक हुई पुलिस छानबीन में मौके से कोई सुसाइड नोट मिलने की बात भी सामने नहीं आई है।
पुलिस को अंदेशा है कि, सब कुछ अचानक लड़ाई-झगड़े के दौरान ही हुआ लगता है। संभव है कि ऐसे में किसी को सुसाइड नोट लिखने का मौका ही न मिला हो। अपार्टमेंट के सुरक्षाकर्मियों और यहां रहने वाले लोगों ने पुलिस को यह जरूर बताया कि घर में दो-दो बीबियों को लेकर आये-दिन तू-तू- मैं-मैं होती रहती थी। हालांकि जांच में जुटी और मौके पर मौजूद इंदिरापुरम थाना पुलिस अभी कुछ भी साफ-साफ कहने से बच रही है।