भारत खेल में एक महान शक्ति के रूप में उभरेगा: राष्ट्रपति

ramnath kovind

नई दिल्ली। पुरस्कारों की पहली वर्चुअल प्रस्तुति में, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आज राष्ट्रपति भवन से राष्ट्रीय खेल और साहसिक पुरस्कार, 2020 प्रदान किये और कहा कि इन पुरस्कार विजेताओं की उपलब्धियाँ, खेल में देश की अपार संभावनाओं की याद दिलाती हैं।
राष्ट्रपति ने लक्ष्य को ऊंचा रखते हुए कहा कि भारत खेल में एक महान शक्ति के रूप में उभरेगा और 2028 ओलंपिक में पदक जीतने वाले शीर्ष दस देशों में जगह पाने की इच्छा रखेगा। उन्होंने कहा, “मुझे यकीन है कि हम इस लक्ष्य को हासिल कर लेंगे।”

राष्ट्रपति बेंगलुरु, पुणे, सोनीपत, चंडीगढ़, कोलकाता, लखनऊ, दिल्ली, मुंबई, भोपाल, हैदराबाद और ईटानगर समेत देश भर के 11 विभिन्न केंद्रों पर अधिकारियों, खेल-व्यक्तियों और प्रशिक्षकों की एक सभा को संबोधित कर रहे थे। केंद्रीय युवा मामले और खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) किरेन रिजिजू ने भी नई दिल्ली से समारोह में भाग लिया और स्वागत भाषण दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि कोविड-19 ने खेल जगत पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाला है। ओलंपिक खेलों को स्थगित कर दिया गया है। हमारे देश में भी खेल गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। खिलाड़ी और कोच अभ्यास और प्रतियोगिताओं की कमी के कारण कम प्रेरित महसूस कर रहे होंगे, जो उनकी मानसिक और शारीरिक तैयारी के लिए एक बड़ी चुनौती है।

उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि इस चुनौती से पार पाने के लिए खिलाड़ी और कोच ऑनलाइन कोचिंग और वेबिनार के माध्यम से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि आज का समारोह वैश्विक महामारी के बावजूद खेल से संबंधित गतिविधियों को जारी रखने का प्रयास है।
राष्ट्रपति ने देश में खेलों की बढ़ती विविधता पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि आज के पुरस्कार विजेता 20 से अधिक खेलों का प्रतिनिधित्व करते हैं। कबड्डी, खो-खो और मल्लखंभ जैसे हमारे पारंपरिक खेलों की बढ़ती लोकप्रियता से आम लोगों को खेलों से जोड़ने में मदद मिलेगी। आज, क्रिकेट और फुटबॉल के अलावा, वॉलीबॉल और कबड्डी जैसे खेलों के लीग टूर्नामेंट लोकप्रिय हो रहे हैं जो एक सुखद बदलाव है।