देशभर में जल खेल पर्यटन को बढ़ावा मिले

नई दिल्ली। केन्द्रीय पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल ने पर्वतारोहण और साहसिक पर्यटन के केन्‍द्रीय संस्थानों के साथ नई दिल्ली में समीक्षा बैठक की। इस बैठक में भारतीय पर्यटन और यात्रा प्रबंधन संस्थान, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉटर स्पोर्ट्स, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्कीइंग एंड माउंटेनियरिंग, इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन और एडवेंचर टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

पर्यटन मंत्री ने भारत में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा की। सभी प्रतिभागी संस्थानों ने भविष्योन्मुखी गतिविधियों के साथ साहसिक पर्यटन पर अपने चल रहे पाठ्यक्रमों और गतिविधियों पर अपनी प्रस्तुति दी।

राष्ट्रीय जल खेल संस्थान की गतिविधियों की समीक्षा करते हुए पटेल को बताया कि 2019-20 के दौरान एनआईडब्‍ल्‍यूएस ने 3972 प्रशिक्षुओं के लिए 192 जल क्रीड़ा प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित किए। मंत्री पटेल ने कहा कि अभी तक एनआईडब्ल्यूएस की गतिविधियां मुख्य रूप से तटीय क्षेत्रों पर केन्द्रित हैं, जिन्हें नदियों और पहाड़ों के आसपास के क्षेत्रों में भी बढ़ाया जाना चाहिए ताकि अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया जा सके और देशभर में जल खेल पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके।

उन्होंने उन्हें जल क्रीड़ा प्रशिक्षण गतिविधियों के लिए विभिन्न राज्य सरकारों के संपर्क में रहने का भी निर्देश दिया। पटेल ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्कीइंग और माउंटेनियरिंग की विभिन्न गतिविधियों की भी समीक्षा की।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि हमारे पास पर्वतारोहण में बहुत संभावनाएं हैं और हमें अपने देश में पर्वतारोहण को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने आईआईएसएम को निर्देश दियाकि पर्वतारोहण प्रशिक्षण में नई तकनीकों को अपनाया जाए ताकि साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए और अधिक कुशल गाइड तैयार किए जा सकें।
पर्यटन मंत्री ने भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन के कार्यों की भी समीक्षा की। आईएमएफ ने पर्वतारोहण संबंधी गतिविधियों के बारे में अपनी वर्तमान गतिविधियों की जानकारी दी। हाल ही में सरकार ने पर्वतारोहण के लिए लगभग 137 नई चोटियों को खोला है जो एक स्वागत योग्य कदम है, अब हमने हिमालयी क्षेत्र में 405 नई चोटियों को खोलने का प्रस्ताव भेजा है ताकि पर्वतारोहण को पूरी तरह से बढ़ावा दिया जा सके। एडवेंचर टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एटीओएआई) ने साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में अपनी गतिविधियों के बारे में एक प्रस्तुति भी दी।