सैनिकों की आवाजाही होगी और सुगम
नई दिल्ली। चीन से तनाव के बीच सरकार लेह-लद्दाख को चौतरफा सड़क संपर्क से जोड़ने के लिए कई राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं पर काम कर रही है। इसका मकसद सीमावर्ती इलाकों तक सालभर अबाध आवाजाही सुनिश्चित करना है। इससे सैनिकों की आवाजी और सुगह हो जाएगा। इस कड़ी में कारगिल-पदम के बीच नया 2 लेन राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने की तैयारी है। इस नए राष्ट्रीय राजमार्ग के बनने से सीधे मनाली हिमाचल प्रदेश से सड़क संपर्क हो जाएगा।
विदित हो कि सरकार लेह-लद्दाख तक पहुंचने के वैकल्पिक राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण का काम पहले ही शुरू कर चुकी है। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कारगिल-पदम के बीच नया दो लेन राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। कारगिल से पदम की दूरी लगभग 235 किलोमीटर है। इसके 65 किलोमीटर के हिस्से में पक्की सड़क बनी है, जबकि 170 किलोमीटर का हिस्स पूरी तरह से कच्चा है।
स्थानीय निवासी इसे पगडंडी के रूप में इस्तेमाल करते हैं। इस पूरे 235 किलोमीटर के खंड को 2 लेन राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में विकसित किया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड एनएचआईडीसीएल को जल्द ही उक्त नए राजमार्ग के निर्माण का काम सौंपा जाएगा।
कारगिल-पदम राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट डीपीआर इस साल दिसंबर तक शुरू होने की उम्मीद है। जबकि राजमार्ग निर्माण का कार्य नए साल में शुरू हो जाएगा। इसके बाद ही परियोजना की लागत का पता चलेगा। हालांकि सरकार की कोशिश रहेगी परियोजना को 4 से 5 साल में पूरा किया जाएगा।
कारगिल-पदम राजमार्ग बनने से कारगिल की पहुंच सीधे मनाली तक हो जाएगा। इससे कारगिल, लेह, लद्दाख बार्डर तक वैकल्पिक मार्ग के जरिये पहुंच हो जाएगी। मंत्रालय ने अगस्त में लेह-लद्दाख सीमा तक पहुंचने के लिए पंजाब और हिमाचल प्रदेश से वैकल्पिक सड़क मार्ग के बनाने का काम शुरू कर दिया है।
इसके तहत लुधियान-रोपर के बीच 85 किलोमीटर 6 लेन नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है जोकि आगे जाकर चार लेन रोपर-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग से जु़ड़ जाएगा। इसके अलावा लुधियाना-रोपर मार्ग का संपर्क प्रस्तावित दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे से करने की है।