खेलमंत्री रिजिजू ने कहा, हमारे पैरा एथलीट्स हमारी ताकत हैं

Kiren Rijiju

नई दिल्ली। खेलमंत्री किरेन रिजिजू ने गुरुवार को 29वें विश्व दिव्यांगता दिवस के मौके पर एक वर्चुअल सत्र में भाग लिया, जिसमें भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) की अध्यक्ष दीपा मलिक, आदरणीय पैरा एथलीट्स देवेंद्र झाझरिया, पारुल परमार और शताब्दी अवस्थी, पीसीआई के महासचिव गुरशरण सिंह और पीसीआई के मुख्य संरक्षक अविनाश राय खन्ना मौजूद रहे। रिजिजू ने उल्लेख किया कि पैरा एथलीट्स देश में सभी लोगों के लिए शक्ति और प्रेरणा के स्रोत हैं और खेल मंत्रालय उनकी मदद करने में कोई भी कसर नहीं छोड़ रहा है।

खेलमंत्री ने कहा, “हमारे पैरा एथलीट्स और युवा ‘दिव्यांग’ योद्धा हमारी ताकत हैं। वे हमें प्रेरणा देते हैं। हमारे खेल मंत्रालय में, एक सक्षम और एक विशेष रुप से सक्षम खिलाड़ियों में कोई अंतर नहीं किया जाता है। हम उन्हें मान्यता देने से लेकर पुरस्कार राशि और अन्य सभी मौकों पर बराबर समझते हैं।

रिजिजू ने कहा कि वह राज्य सरकारों से अपने-अपने क्षेत्र में पैरालंपिक खिलाड़ियों की हर संभव मदद करने का अनुरोध करेंगे। उन्होंने कहा, “मैं संबंधित राज्य सरकारों से अनुरोध करूंगा कि ‘दिव्यांग’ योद्धाओं के लिए उनके पास एक नीति होनी चाहिए, ताकि केंद्र सरकार की तरह पैरालंपिक खिलाड़ियों को आर्थिक, कोचिंग और प्रशिक्षण सुविधाओं से लेकर उचित आजीविका और अन्य क्षेत्र में हर संभव मिल सके। सरकार, पीसीआई और सभी एक टीम की तरह हैं और हमें अपने पैरा एथलीट्स की मदद करने के अपने काम को जारी रखने की जरूरत है।

पद्मश्री, खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित देवेंद्र झाझरिया ने पैरा एथलीट्स की तेजी से मदद करने में हमेशा असीमित योगदान करने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया। झझारिया ने कहा, “जब भी हम अपनी समस्याएं या अपनी ज़रूरतों को बताते हुए सरकार को एक मेल भेजते हैं तो हमें एक घंटे के भीतर जवाब मिल जाता है।

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