इलाहाबाद हाईकोर्ट हमारी न्यायपालिका का तीर्थ क्षेत्र- मोदी
इलाहाबाद। इलाहाबाद हाईकोर्ट के स्थापना के 150 वर्ष के मौके वार्षिक समारोह का आयोजन रविवार को किया गया। इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। उनकी अगवानी सीएम योगी आदित्यनाथ ने की।
केन्द्रीय विधि मंत्री रवि शंकर प्रसाद, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, यूपी के गवर्नर राम नाइक,सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर भी मौजूद रहे। कोलकाता और मुंबई हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश साथ ही देश की सर्वोच्च अदालत के कई न्यायाधीश भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संगमनगरी में इलाहाबाद हाई कोर्ट की 150 वीं जयंती वर्ष के समापन समारोह में आगमन पर राज्यपाल राम नाईक तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बमरौली एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया। कार्यक्रम का पीएम मोदी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ किया। इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीबी भोसले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस संकल्प के लिए मुख्य न्यायाधीश ने प्रेरित किया है, उनके सपने को पूरा करने के लिए हमें जो भी करना होगा हम करेंगे। पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ राधाकृष्णन ने एक र्मािमक सन्देश दिया था, गांधी जी कहते थे हम कोई भी निर्णय करें की सही गई या गलत है इसकी कसौटी क्या है। इसके लिए आखरी छोर पर बैठे उस व्यक्ति के बारे में सोचें कि इस निर्णय का उस पर क्या प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने संभावना जताई कि यह समारोह नई ऊर्जा, नये संकल्प के पूरा होने का अवसर बनेगा। बदले युग में तकनीक के जमकर प्रयोग का सुझाव दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वीडियो कॉफ़्रेन्सिंग के जरिए सुनवाई क्यों नहीं हो सकती। एसएमएस से लोगों को मुकदमों की जानकारी क्यों नहीं दी जा सकती। इलाहाबाद हाईकोर्ट को उन्होंने न्याय जगत का तीर्थ बताया। कहा कि यहां से पूरा देश आजादी के 75 साल पूरे होने पर 2022 तक न्यू इंडिया के लिए रोडमैप तैयार करे। केदियो को कोर्ट ले जाते समय क्या क्या नहीं होता यह सभी जानते है। अब योगी जी आये हैं अब यह सब बंद होगा। इलाहाबाद हाई कोर्ट एशिया का सबसे बड़ा और सबसे पुराना हाई कोर्ट है। इसकी स्थापना 17 मार्च 1866 में हुई थी। सर वॉल्टर मॉर्गन इलाहाबाद हाई कोर्ट के पहले मुख्य न्यायाधीश थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून को सबसे ऊपर बताया है। उन्होंने कहा कानून का स्थान शासक से भी ऊपर है। कोई भी समाज कानून से ही चलता है। न्याय व विधि एक दूसरे के पूरक हैं और इंसाफ देना सबसे बड़ा धर्म है। आगे योगी ने कहा कि जब-जब लोकतंत्र पर संकट आया, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पूरी निष्ठा के साथ उसे बचाया है। न्यायालय ने कुछ ऐसे पैâसले दिए, जिसने भारतीय समाज को नई दिशा मिली है। इलाहाबाद हाईकोर्ट का एक गौरवशाली इतिहास रहा है।