शिकायत मिलते ही सिसोदिया ने लगाया जलमंत्री को फोन
नई दिल्ली। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। सिसोदिया का कुछ ऐसा ही बेबाक अंदाज बुराड़ी की जनसभा में रविवार को दिखा जब पानी का कनेक्शन ना मिलने की शिकायत पर चलती जनसभा के बीच उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने अपने जल मंत्री कपिल मिश्रा को फोन घुमा दिया।
शिकायत जनता से मिली थी इसलिए उपमुख्यमंत्री ने फोन को लाउडस्पीकर मोड पर डालकर माइक के आगे कर दिया जिससे जनसभा में मौजूद इलाके के लोग उपमुख्यमंत्री और जल मंत्री के बीच की बातचीत सुन सकें।
दरअसल बुराड़ी के प्रधान एनक्लेव इलाके में का है, जहां रविवार को आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया निगम चुनाव के लिए अपनी पार्टी का प्रचार करने पहुंचे थे। प्रधान एनक्लेव और आसपास का इलाका अनाधिकृत कॉलोनी का है, जहां बिजली के कनेक्शन तो हर घर में हैं लेकिन पानी का कनेक्शन नहीं है।
हाल ही में केजरीवाल सरकार ने इस इलाके में पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू तो किया लेकिन प्रधान एनक्लेव में रहने वाले लोगों की शिकायत है कि उन्हें पानी का कनेक्शन नहीं दिया। इसी शिकायत को लेकर प्रधान एनक्लेव का एक नागरिक जनसभा के दौरान उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पास गया।
मनीष सिसोदिया को जैसे शिकायत मिली उन्होंने अपने सहयोगी को कह कर दिल्ली के जल मंत्री कपिल मिश्रा को फोन घुमाया। बड़े ही नाटकीय अंदाज में फोन को लाउडस्पीकर पर रख जनसभा का माइक उसके करीब रख दिया।
प्रधान एनक्लेव के लोगों की शिकायत है कि पहचान पत्र होने के बावजूद उन्हें पानी के कनेक्शन नहीं दिए गए। उप मुख्यमंत्री ने कपिल मिश्रा से जनता की शिकायत पर जवाब मांगा तो कपिल मिश्रा ने तुरंत कार्यवाही करने का भरोसा दिया। जल मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि जिन लोगों के पास पावर ऑफ अटार्नी या पहचान पत्र है उन्हें भी पानी का कनेक्शन दिया जाएगा।
कनेक्शन देने से आनाकानी करने वाले इलाके के रेवेन्यू ऑफिसर को बुलाकर बात करने का आश्वासन भी जल मंत्री ने सबके सामने दिया। यह पूरा घटनाक्रम जनता के सामने हुआ जिसे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया।
इसके पहले भी सिसोदिया स्कूलों में छापा मारने से लेकर बेधड़क तरीके से गैर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दिख चुके हैं। निगम चुनाव के ठीक पहले ऐसे नाटकीय घटनाक्रम क्या पार्टी को चुनावी फायदा पहुंचा पाएंगे, इसका पता नतीजों के दिन ही चलेगा।