कर्मचारियों के हित में केंद्र का निर्णय सराहनीय:अजय कुमार

ajay-kumar

केन्द्रीय कर्मचारी कल्याण संगठन के पूर्व अध्यक्ष तथा जन स्वास्थ्य एवं समग्र मानव विकास फाउंडेशन के चेयरमैन अजय कुमार ने कर्मचारियों के हितों से संबंधित विषयों पर त्वरित कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी है।

तीन बार पत्राचार

अजय कुमार ने कहा है कि पिछले तीन सप्ताह में मैंने तीन बार पत्र के माध्यम से प्रधान मंत्री जी का ध्यान कर्मचारी हितों से संबंधित तीन विषयों की तरफ आकृष्ट कराया। उन्होंने कहा है कि मैंने प्रधान मंत्री को कोविड-19 से प्रभावित कर्मचारियों का समुचित इलाज सुनिश्चित कराने के लिए नोडल अधिकारी के मनोनयन हेतु पत्र लिखा था जिस पर केंद्र सरकार द्वारा तुरंत संज्ञान लिया गया और लगभग प्रत्येक संगठन में औपचारिक/अनौपचारिक रूप से नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई।

टीकाकरण की व्यवस्था

अजय कुमार ने कहा है कि इसके बाद प्रधानमंत्री को कर्मचारियों/कॉनट्रेकचुअल स्टाफ का परिवार सहित टीकाकरण की व्यवस्था के लिए अनुरोध किया था जिस पर भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा राज्यों के अपर मुख्य सचिव को निर्देश जारी किया गया की कार्यस्थल पर कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवार को भी टीकाकरण की अनुमति दी जाए।

1.5 करोड़ कामगारों को डीए का लाभ

अजय कुमार ने कहा है कि कोविड-19 के समय में कर्मचारियों और पेंशनर्स का डीए/डीआर रुका हुआ है और कर्मचारीगण नियमित/रोस्टर के अनुसार अपनी और परिवार वालों की जान जोखिम में डालकर कार्यालय आ रहे हैं, ऐसे में उनके डीए/डीआर को जारी कराने के लिए भी प्रधानमंत्री से अपील की थी। भारत सरकार ने डीए/डीआर पर संज्ञान लिया और
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने कर्मचारियों के लिए वेरिएबल डीए में इजाफे का एलान किया है। इससे 1.5 करोड़ कर्मचारियों एवम पेंशनर्स को सीधा लाभ मिलेगा।

प्रधानमंत्री को धन्यवाद

अजय कुमार ने उपरोक्त विषयों पर केंद्र सरकार द्वारा त्वरित कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री को बहुत-बहुत साधुवाद दिया है और कहा है कि देश के कामगार हमारी अर्थव्यवस्था के प्रमुख सूत्रधार हैं। उन्होंने आगे कहा है कि इनकी तथा उनके परिवार की सुरक्षा/संरक्षा सरकार का दायित्व है।

डीए/डीआर जारी करने की अपील

अजय कुमार ने कहा है कि मुझे आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि प्रधानमंत्री केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स के हितों का ध्यान रखते हुए निश्चित रूप से जल्द ही डीए/डीआर की किस्त जारी करेंगे। विदित हो कि अजय कुमार पिछले डेढ़ दशक से भी ज्यादा समय से लगातार स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार बनाने के लिए प्रयासरत हैं।