ऑक्सीजन विवाद: आपस में लड़ेंगे तो कोरोना जीतेगा और देश हार जाएगा

kejariwal

नई दिल्ली। दिल्ली में ऑक्सीजन की मांग पर सुप्रीम कोर्ट की ऑक्सीजन ऑडिट समिति की रिपोर्ट पर उपजे विवाद के बाद आगे बढ़ने का आग्रह करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन का झगड़ा खत्म हो गया हो तो हमें काम कर लेना चाहिए जिससे तीसरी लहर में ऑक्सीजन की किल्लत ना हो। आपस में लड़ते रहे तो कोरोना जीतेगा, देश हार जाएगा।

अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि ऑक्सीजन पर आपका झगड़ा खत्म हो गया हो तो थोड़ा काम कर लें। आइए मिलकर ऐसी व्यवस्था बनाते हैं कि तीसरी लहर में किसी को ऑक्सीजन की कमी ना हो। दूसरी लहर में लोगों को ऑक्सीजन की भीषण कमी हुई। अब तीसरी लहर में ऐसा ना हो। आपस में लड़ेंगे तो कोरोना जीत जाएगा। मिलकर लड़ेंगे तो देश जीतेगा वहीं इस ट्वीट उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने लिखा की भाजपा नेताओं को सिर्फ झगड़ा करना आता है, उन्हें न ऑक्सीजन से मतलब है ना ही कोरोना की तीसरी लहर से। सुप्रीम कोर्ट की ऑक्सीजन ऑडिट समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दिल्ली से चार गुना ज्यादा ऑक्सीजन की मांग की।

इससे दूसरे 12 राज्यों में ऑक्सीजन की किल्लत पैदा हुई। इसे लेकर भाजपा दिल्ली सरकार पर लगतारा हमलावर थी। आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच उस रिपोर्ट को लेकर जमकर जुबानी जंग हुई। भाजपा ने रिपोर्ट के आधार पर आरोप लगाया कि कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली में ऑक्सीजन की मांग 4 गुना अधिक बतायी गयी। वहीं आप नेताओं ने भाजपा पर सुप्रीम कोर्ट के द्वारा नियुक्ति समिति के रिपोर्ट को झूठ बताया।

उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यालय में ”भ्रामक और ”फर्जी रिपोर्ट तैयार की गयी और इसे केंद्र ने शीर्ष अदालत में पेश किया। दरअसल सुप्रीम कोर्ट के द्वारा गठित एक उप-समूह ने कहा कि दिल्ली सरकार ने ऑक्सीजन की खपत ‘बढ़ा-चढ़ाकर बतायी और दिल्ली में 1140 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के जरूरत का दावा किया। जो 289 मीट्रिक टन की आवश्यकता से चार गुना अधिक थी।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक रणदीप गुलेरिया की अध्यक्षता वाली 5 सदस्यीय समिति ने कहा कि दिल्ली सरकार ने ‘गलत फॉर्मूले का इस्तेमाल करते हुए 30 अप्रैल को 700 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन के आवंटन के लिए दावा किया। जिससे देश के 12 अन्य राज्यों में ऑक्सीजन की किल्लत हुई। रिपोर्ट में आरोप था कि कई अस्पतालों में कोविड बेड कम होने के बाद भी ऑक्सीजन की खपत ज्यादा दिखाई गई।