वन विभाग के पास नहीं हैं जानवर पकड़ने के संसाधन
गाजियाबाद। गाजियाबाद में वन विभाग के पास जानवरों को पकड़ने के लिए कोई संसाधन नहीं हैं, जिसका खामियाजा देर रात भोपुरा की कृष्णा विहार कुटी के लोगों को भुगतना पड़ा। यहां रात करीब साढ़े ८ बजे एक युवक व बच्चे को घायल करने के बाद तेंदुआ घर में घुस गया। लोगों ने हिम्मत जुटाकर उसे घर के अंदर बंद किया और लाठी-डंडे लेकर बाहर पहरा देने लगे। लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
घर के ऊपर रोशनदान और खिड़की को चारपाई से बंद किया। पुलिस ने वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे, लेकिन संसाधन न होने की बात कर घर के अंदर नहीं घुसे। जिला वन अधिकारी बीपी ¨सह ने मेरठ वन विभाग से संपर्क किया।
वहां से जानवर को पकड़ने के लिए टीम बुलाई। देर रात तक पुलिस व वन विभाग की टीम घर के बाहर डेरा जमाए रही, लेकिन अंदर नहीं गई। देर रात करीब १२ बजे तक मेरठ की टीम नहीं पहुंची। तब तक यहां की वन विभाग की टीम ने दो मुर्गे मंगाए।
मकान के बाहर जाल लगाया। अधिकारियों की माने तो मेरठ की टीम आने पर मुर्गे घर में छोड़े जाएंगे। फिर तेंदुए को बेहोश कर पकड़ा जाएगा। निकाली गई युवती तेंदुआ कॉलोनी में रहने वाले धर्मपाल के मकान में घुसा है।
घर में कैद उनकी बेटी प्रीति को लोगों ने लकड़ी की सीढ़ी मंगाकर नीचे उतारा है। वह इस घटना से डरी हुई है। प्रीति की माने तो उन्होंने मौत को काफी करीब से देख लिया हो।