नोएडा में फर्जीवाड़े का खुलासा, 122 लोगों से 5 करोड़ रु की ठगी
नोएडा। नोएडा पुलिस ने ‘बाइक बोट’ की तरह कार लगाने के नाम पर ठगी का खुलासा किया है। पुलिस ने यात्रा कार सर्विसेज नाम से फर्जी कंपनी बनाकर 122 लोगों से करीब पांच करोड़ रुपये की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी यूपीएसआरटीसी में कार लगाने के नाम पर लोगों को फंसाते थे। आरोपियों से एक कार और एक मोबाइल बरामद हुआ है। इस मामले में पीड़ितों की संख्या और बढ़ सकती है।
एडीसीपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी नोएडा में ‘बाइक बोट’ की तर्ज पर लोगों से ठगी की जा रही है। इसके तहत पुलिस ने शनिवार को सेक्टर-62 गोल चक्कर से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनके नाम बागपत के वाजिदपुर निवासी दीपक चौधरी और विपिन तोमर हैं। फिलहाल दोनों ग्रेटर नोएडा बीटा-2 स्टेलर एमआई सिटी होम में रहते हैं।
एडीसीपी ने बताया कि दोनों आरोपियों ने मार्च 2020 में सेक्टर-63 के सी ब्लॉक में यात्रा कार सर्विसेज और ई-बाइक के नाम से फर्जी कंपनी बनाई थीं। आरोपियों ने निवेशकों को बताया कि उनकी कंपनी का उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) से अनुबंध हो गया है।
आरोपियों ने झांसा दिया कि यूपीएसआरटीसी में कार लगाने के लिए चार लाख रुपये का निवेश करने के बाद प्रतिमाह 25 हजार रुपये की किस्त दी जाएगी। इसके अलावा कार का किराया अलग से मिलेगा। इस तरह ठगों ने 122 लोगों से निवेश करा लिया। फिर न तो उनके खाते में एक भी किस्त जमा की और ना ही कार खरीदी। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि ठगों ने करीब पांच करोड़ रुपये की ठगी की है।
पुलिस गिरोह के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। अभी इनके शिकार हुए लोगों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। आरोपियों ने कुछ समय के लिए 6 जनवरी 2021 को (गर्व भारत इनोवेशन) ई-बाइक के नाम से एक नई कंपनी भी बनाई थी। इस कंपनी से भी आरोपियों ने रितु से 61 लाख 50 हजार रुपये ठगे थे। पुलिस आरोपियों के बैंक खातों को भी खंगालेगी। जांच में पता चला कि आरोपियों के बैंक खाते में करोड़ों रुपये जमा किए गए। फिर इन पैसों को निकालकर अपने निजी खातों में जमा कर लिया।