दिल्ली जल बोर्ड लोगों की समस्याओं को 48 घंटे के अंदर दूर करेगा: मंत्री सत्येंद्र जैन
नई दिल्ली । दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष एवं जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को दिल्ली जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर राजधानी की जल संबंधी समस्याओं का जायज़ा लिया। सत्येंद्र जैन ने अधिकारियों को दिल्ली के लोगों तक स्वच्छ पानी पहुंचाने के लिए अथक प्रयास करने एवं मजबूत शिकायत समाधान तंत्र विकसित करने के दिशा निर्देश दिए। जिसके माध्यम से लोगों की किसी भी शिकायत का समाधान 48 घंटे के अंदर किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि लोगों के मुद्दों और शिकायतों के प्रति सतर्क और उत्तरदायी होना उनकी मुख्य जिम्मेदारी है।
डीजेबी अध्यक्ष सत्येंद्र जैन के साथ उपाध्यक्ष राघव चड्ढा भी बैठक में मौजूद थे। उन दोनों ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि कोई भी शिकायत लंबित न रहें और कम से कम समय में शिकायतों को हल करने पर विशेष ध्यान दिया जाए।
डीजेबी के अध्यक्ष सत्येंद्र जैन ने लगातार होने वाली कुछ समस्याओं का विश्लेषण करने के लिए बैठक बुलाई थी। उन्होंने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड को लोगों को स्वच्छ पानी सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास करना चाहिए। किसी भी शिकायत के प्रति संवेदनशील और सतर्क रहना हमारी प्रमुख जिम्मेदारी है। एक मजबूत शिकायत समाधान तंत्र स्थापित किया जाना चाहिए और किसी भी शिकायत को 48 के भीतर हल किया जाना चाहिए।
सत्येंद्र जैन ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि 48 घंटे से ज्यादा कोई भी शिकायत लंबित न रहे। पानी की आपूर्ति, दूषित सप्लाई या पानी से संबंधित किसी भी शिकायत को 48 घंटे के भीतर हल किया जाना चाहिए। इससे अधिक समय लगने वाली शिकायतों को तुरंत चिह्नित किया जाना चाहिए, ताकि जल्द से जल्द समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा की शिकायतों का डेटा संग्रह किया जाना चाहिए, ताकि कौनसा क्षेत्र किस तरह की समस्याओं का सामना करते हैं, इसका पता लगाया जा सके। लोगों के फायदे के लिए उन समस्याओं का पूर्णता समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि वार्ड स्तर पर शिकायतों का प्रभावी निरिक्षण किया जाना चाहिए ताकि समाधान जल्दी से जल्दी किया जा सके। सत्येंद्र जैन ने अन्य चल रही परियोजनाओं का भी जायज़ा लिया और प्रशासन के प्रभावी होने के लिए सतर्कता एवं जवाबदेही पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लोगों के मुद्दों के प्रति उत्तरदायी और सतर्क रहना एक प्रशासन की प्रमुख जिम्मेदारी है। लोगों के मुद्दों को जल्दी से हल करने की क्षमता ही एक प्रशासन को और प्रभावी एवं लोकतांत्रिक बनाती है।