यूपी में खुले प्राइमरी स्कूल, योगी का गुरुजनों से आग्रह, बच्चों का रखें ध्यान
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना के चलते पिछले 7 महीने से बंद प्राइमरी स्कूल खुल गए। सूबे के स्कूलों में सुबह-सुबह बच्चे हंसते-खिलखिलाते पहुंचे हैं। ग्रामीण इलाकों में पिछले काफी समय से लोग चाहते थे कि स्कूल खुलें लेकिन कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच सरकार यह फैसला नहीं ले पा रही थी। बहरहाल कई एक्सपर्ट्स की सलाह के बाद सरकार ने एक सितम्बर से स्कूलों को खोलने का फैसला ले लिया। आज इसी फैसले के तहत बच्चों के लिए स्कूल खोले गए हैं।
इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बच्चों को शुभकामनाएं देने के साथ ही सचेत रहने की नसीहत भी दी है। सीएम ने एक ट्वीट के जरिए शिक्षकों से भी सभी बच्चों का ख्याल रखने का आग्रह किया है। सीएम ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘कोरोना महामारी के कारण पिछले 07 माह से बंद विद्यालय आज 01 सितंबर से पुनः प्रारम्भ हो रहे हैं। सभी बच्चों को ढेर सारी शुभकामनाएं। सभी गुरुजनों से विनम्र आग्रह है कि सभी बच्चों का ध्यान रखें।
हर हाल में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराने में अपना योगदान दें।’ इसके पहले टीम-09 के साथ बैठक में सीएम योगी ने स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखने के सख्त निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि स्कूलों में स्वच्छता का खास ख्याल रखना चाहिए। सैनिटाइजेशन का काम हर दिन होना चाहिए। पठन-पाठन के साथ-साथ बच्चों की सुरक्षा पर भी पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए।
साथ ही सीएम ने स्कूल/कॉलेजों में अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति संवर्ग के छात्र-छात्राओं को देय छात्रवृत्ति का भुगतान समयबद्ध ढंग से करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह छात्रवृत्ति विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी है। इसके भुगतान में विलंब न हो।
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 अगस्त से जूनियर स्तर के स्कूल खुल चुके हैं। जिनमें करीब 50 फीसदी से अधिक बच्चे पहुंच रहे हैं। प्राइमरी स्कूलों में छोटे बच्चे पढ़ते हैं। इन बच्चों के बीच कोविड गाइड लाइन का पालन कराना बहुत ही मुश्किल भरा काम होता है लेकिन स्कूलों का खोला जाना भी जरूरी था। लिहाजा सरकार के निर्देश पर स्कूलों में काफी तैयारियां की गई हैं। सफाई के साथ ही हैंड वॉश, मास्क, सेनेटाइजर आदि का इंतजाम किया गया है।