सितम्बर में दो बार यूपी आएंगे प्रधानमंत्री, दीपावली पर अयोध्या में रहेंगे
लखनऊ। यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित भाजपा के कई बड़े नेता यहां सक्रिय होने लगे हैं। भाजपा के पक्ष में अभी से माहौल बनाने के लिए स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सितम्बर के महीने में दो बार यूपी का दौरा करेंगे। वहीं दीपावली के मौके पर अयोध्या में आयोजित होने वाली दीपोत्सव कार्यक्रम में भी प्रधानमंत्री मोदी मौजूद रहेंगे।
सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी आगामी 14 सितंबर को उप्र के अलीगढ़ में राजा महेन्द्र सिंह राज्य विश्वविद्यालय और दो अन्य परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इस दौरान वह पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम धन्नीपुर हवाई पट्टी का लोकार्पण कर सकते हैं। इसके बाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव में भाग लेने प्रधानमंत्री मोदी 26 सितंबर को लखनऊ आएंगे। वह इंदिरा प्रतिष्ठान में अर्बन कान्क्लेव में भी शिरकत करेंगे।
वहीं सबसे महत्वपूर्ण प्रधानमंत्री मोदी का अयोध्या दौरा होगा। राम मंदिर के शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री दूसरी बार अयोध्या पहुंचेंगे। उनके आने की खबरों के बीच पर्यटन व संस्कृति विभाग एवं जिला प्रशासन की ओर से दीपोत्सव की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। दीपोत्सव पर ही रामायण क्रूज का उद्घाटन कराने की भी तैयारी है। माना जा रहा है कि इस दौरान प्रधानमंत्री कई परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल का यह आखिरी दीपोत्सव होगा।
यूपी में अगले साल चुनाव हैं, इसलिए प्रधानमंत्री के अयोध्या जाने के कार्यक्रम को सियासी तौर पर भी देखा जा रहा है। मान्यता है कि भगवान राम के वनवास से लौटने की खुशी में दीपावली मनाई जाती है। योगी सरकार ने रामनगरी के आत्मा से जुड़े देश के इस मुख्य पर्व को दीपोत्सव का रूप देकर अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई।
5वें दीपोत्सव पर सात लाख 50 हजार दिये जलाने का लक्ष्य रखा गया है। इससे पूर्व योगी सरकार के गठन पर वर्ष 2017 में पहले दीपोत्सव पर 1.87 लाख दीये जलाने का कीर्तिमान भी बनाया गया था। इसके बाद वर्ष 2018 में 3.11 लाख, 2019 में 4.51 लाख, 2020 में 5.51 लाख दिये जलाकर प्रतिवर्ष नया विश्व रिकार्ड बनाकर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में रामनगरी के दीपोत्सव का नाम दर्ज कराया गया।