फिरोजाबाद: 24 घंटे में 221 बच्चों में डेंगू की पुष्टि, 676 सरकारी अस्पतालों में भर्ती
फिरोजाबाद। फिरोजाबाद जिले में बारिश के बाद डेंगू और वायरल बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सौ शैय्या अस्पताल और जिले के सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू और वायरल से ग्रसित 676 मरीज भर्ती हैं। फिरोजाबाद के राजकीय मेडिकल कॉलेज स्थित सौ शैय्या अस्पताल में 24 घंटे में कराई रैपिड जांच में शनिवार को 221 बच्चों में डेंगू की पुष्टि हुई है।
मरीजों की संख्या में इजाफा होता देखकर सामान्य मरीजों को सीएचसी और पीएचसी पर शिफ्ट कराया जा रहा है। इधर, शासन से आए विशेषज्ञ चिकित्सकों ने सौ शैय्या अस्पताल के वार्डों का निरीक्षण किया। उन्होंने मरीजों को मिल रहे इलाज के बारे में जानकारी ली। सौ शैय्या अस्पताल और नवनिर्मित बिल्डिंग में डेंगू और वायरल से पीड़ित मरीजों की संख्या 504 थी।
मरीजों की संख्या अधिक होने के बाद स्वास्थ्य केंद्र दीदामई और दबरई पर मरीजों को एंबुलेंस से शिफ्ट कराया गया। अस्पताल में कई बच्चों को हालत गंभीर है। सौ शैय्या अस्पताल की पैथोलॉजी में एक दिन में 900 से अधिक रक्त सैंपल की जांच कराई जा रही है। यहां भर्ती 56 मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ाई जा चुकी हैं। चिकित्सक डेंगू और तेजी से बढ़ने की संभावना जता रहे हैं।
- मेडिकल कॉलेज में भर्ती नहीं कर रहे मरीज
सीएमओ के सीयूजी फोन अब पूरी रात बज रहा है। तीमारदारों के फोन देर रात तक पहुंच रहे हैं। मरीजों का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज में अब मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा हैं। शुक्रवार रात कई मरीजों के तीमारदारों के फोन सीएमओ के पास पहुंचे। इसके बाद शनिवार सुबह सीएमओ डॉ. दिनेश प्रेमी मेडिकल कॉलेज पहुंच गए और प्राचार्य से बात की। सीएमओ ने प्रत्येक मरीज को समय से इलाज देने के निर्देश दिए। - पैथोलॉजी पर दिन-रात चल रहा कार्य
डेंगू और वायरल का प्रकोप बढ़ने के बाद निजी पैथोलॉजी पर दिन-रात कार्य चल रहा है। पैथोलॉजी संचालकों ने अतिरिक्त स्टाफ लगा रखा है। चिकित्सक भी पूरा समय दे रहे हैं। हर पर्चे पर जांच की जा रही है। प्लेटलेट्स कम होने पर एक मरीज की 3-3 बार जांच कराई जा रही हैं। 24 से 36 घंटे के बाद रिपोर्ट तैयार हो पा रही है। कई पैथोलॉजी संचालकों ने अतिरिक्त मशीन का ऑर्डर भी लगा रखा है। सीएमओ डॉ. दिनेश प्रेमी ने कहा कि जनपद में 676 मरीज भर्ती हैं। इसमें 504 मरीज सौ शैय्या और नई बिल्डिंग में हैं। 172 सीएचसी, पीएचसी पर हैं। कोरोना के लिए बनाए गए पीकू वार्डों में भी मरीजों को भर्ती किया है। दीदामई और दबरई पर भी मरीजों को भर्ती करा रहे हैं। आवश्यकता पड़ने पर पलंगों की संख्या बढ़ा दी जाएगी।