सांसदी से इस्तीफा देते वक्त छलका बाबुल सुप्रियो का दर्द
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने मंगलवार को आधिकारिक तौर से लोकसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफ देते वक्त पूर्व भाजपा सांसद का दर्द भी छलक आया। बाबुल सुप्रियो ने इस्तीफे के बाद कहा कि उनका दिल भारी है। इसके अलावा बाबुल सुप्रियो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का भी जिक्र किया।
बता दें कि बाबुल सुप्रियो ने भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़ कर कुछ समय पहले तृणमूल कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात के बाद बाबुल सुप्रियो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी शीर्ष नेतृत्व का शुक्रिया अदा किया और कहा कि जब वो पार्टी में थे तब उन्हें अहम रोल दिया गया और इसके लिए पार्टी नेताओं का धन्यवाद। ‘मेरा दिल भारी है..मैंने बीजेपी के जरिए अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। मैं प्रधानमंत्री, पार्टी अध्यक्ष और अमित शाह का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मुझमें विश्वास दिखाया।’
बाबुल सुप्रियो ने सितंबर के महीने में तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था। हालांकि, बीजेपी से अलग होते वक्त बाबुल सुप्रियो ने इस बात कि ओर इशारा किया था कि वो किसी भी राजनीतिक पार्टी में नहीं जाएंगे। लेकिन बाद में बाबुल सुप्रियो ने कहा था कि उनके दोस्तों और अन्य जानने वालों ने उनसे कहा कि राजनीति छोड़ने का उनका फैसला गलत है।
बाबुल सुप्रियो ने कहा था कि वो अगर वो पार्टी (भाजपा) का हिस्सा नहीं हैं तो फिर अब उन्हें इस सीट पर भी नहीं रहना चाहिए।’ बाबुल सुप्रियो आसनसोल से दो बार सांसद रह चुके हैं। जुलाई महीने में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए तरीके से अपने कैबिनेट का विस्तार किया था तब उसमें बाबुल सुप्रियो को जगह नहीं दी गई थी।
इसके बाद 31 जुलाई को उन्होंने भाजपा छोड़ने का ऐलान कर दिया था। एक फेसबुक पोस्ट के जरिए बाबुल सुप्रियो ने भाजपा से अलग होने की बात कही थी और यह भी कहा था कि वो कोई भी दूसरी पार्टी ज्वाइन नहीं करेंगे। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट को दोबारा एडिट किया था।