IPS आशीष तिवारी सहित 3 के खिलाफ यूपी में FIR

भोपाल। मध्यप्रदेश के इटारसी के रहने वाले 2012 बैच के आईपीएस आशीष तिवारी के खिलाफ उत्तर प्रदेश में अपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है। जानकारी के अनुसार अयोध्या कोतवाली पुलिस ने पंजाब नेशनल बैंक की असिस्टेंट मैनेजर श्रद्धा गुप्ता सुसाइड मामले मे जॉच के बाद आशीष सहित तीन लोगों को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोपी बनाया है।

गौरतलब है कि मृतका श्रद्धा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था, कि उसकी विवेक गुप्ता नाम एक शख्स के साथ शादी तय हुई थी, बाद में खुद उसने शादी से इनकार कर दिया था। आरोप है कि इसके बाद आशीष उसे परेशान कर रहा था। वही श्रद्धा ने आईपीएस आशीष तिवारी और पुलिस अधिकारी अनिल रावत को भी अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था। बीती देर रात में पुलिस ने आशीष तिवारी, अनिल रावत, विवेक गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

जानकारी के अनुसार 2012 बैच के आईपीएस आशीष तिवारी मूल रूप से मध्य प्रदेश के इटारसी के रहने वाले हैं। उनके पिता कैलाश नारायण तिवारी रेलवे इटारसी में सिग्नल एंड टेलीकॉम विभाग में सीनियर सेक्शन इंजीनियर पद से रिटायर्ड हुए। पुरानी इटारसी के कृष्णाविहार कॉलोनी में पिता रहते हैं। आशीष तिवारी वर्तमान में एसएसएफ (स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स) के इंचार्ज हैं। वे पहले अयोध्या में रहे हैं, ओर वर्तमान में उनकी लखनऊ में तैनाती है।

वहीं, अनिल रावत की तैनाती अयोध्या में ही है। मृतका श्रद्धा गुप्ता ख्वासपुरा के पीएनबी (पंजाब नेशनल बैंक) की शाखा में बतौर क्लर्क साल 2015 में जॉइन किया था। प्रमोशन के बाद श्रद्धा को बछड़ा सुलतानपुर के पीएनबी बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर भेजा गया। उसने बैंक के सामने विष्णु एंड कंपनी बिल्डिंग में कमरा किराए पर ले रखा था। श्रद्धा यहां अकेली रहती थीं।

बताया गया है कि 30 अक्टूबर शनिवार की सुबह दूध वाले ने श्रद्धा के कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन भीतर से कोई आवाज नहीं आने पर उसने मकान मालिक को इसकी जानकारी दी। मकान मालिक ने खिड़की से अंदर झांका तो उसे श्रद्धा का शरीर दुपट्टे के फंदे पर झूलता नजर आया। पुलिस को शव के पास सुसाइड नोट मिला। अपने सुसाइड नोट में आईपीएस अधिकारी आशीष तिवारी समेत तीन लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है।

वहीं श्रद्वा के पिता का आरोप है, कि उनकी बेटी की शादी 2020 में विवेक गुप्ता पुत्र उमाशंकर गुप्ता निवासी उतरौला से तय हुई थी। बेटी और दामाद की फोन पर बातचीत होती थी। लेकिन, कोरोना की वजह से शादी नहीं हो पाई थी। इस बीच मेरी बेटी ने बताया कि विवेक की आदत ठीक नहीं है। मैं उससे शादी नहीं करुंगी। इसके बाद शादी तोड़ दी गई। इसके बाद विवेक कई तरह से उसे परेशान करने लगा ओर विवेक अपने दोस्त से आशीष और अनिल रावत से बेटी को फोन कराकर भी परेशान करता था।

पिता का कहना है कि उनकी बेटी ने इस बारे में कई बार उन्हे बताया था। पिता का यह भी आरोप है कि बेटी को परेशान देख उन्होने कई बार विवेक को समझाईश देने का प्रयास किया, लेकिन वो हर बार यही धमकी देता कि मेरी पहुंच पुलिस के बड़े अधिकारियों तक है। अगर मुझे परेशान करोगे तो बहुत बुरा होगा। इस काण उनकी बेटी काफी परेशान रहने लगी थी। परिवार वालो का यह भी कहना है कि श्रद्धा ने अपनी मां को बताया था, कि विवेक परेशान कर रहा है। ओर वो बड़े-बड़े पुलिस अफसरों से फोन करा कर मानसिक तौर पर टॉर्चर करा रहा है।