क्रिप्टोकंरेसी पर बिल लाने की तैयारी में सरकार

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने लगातार बदलती प्रौद्योगिकी और मोबाइल से होने वाले पेमेंट के प्रभावी रेगुलेशन के लिए ग्‍लोबल स्‍तर पर कार्रवाई का आह्वान किया है।उन्‍होंने कहा कि उनके पास ऐसा कोई तंत्र नहीं है जिससे इस रेगुलेट किया जा सके। वित्त मंत्री ने कहा कि यहां तक ​​कि जब हम राष्ट्रीय स्तर पर सोच रहे हैं, तब भी एक ग्‍लोबल सिस्‍टम होना चाहिए। इससे हम लगातार प्रौद्योगिकी के बदलने की निगरानी कर पाएंगे।

उन्होंने कहा कि ग्लोबल सिस्टम से क्रिप्टोकंरेसी हो या तकनीक से होने वाला पेमेंट सबकी निगरानी एक तंत्र से हो सकेगी। उन्‍होंने कहा कि सरकार क्रिप्टोकंरेसी पर बिल लाने की तैयारी है। बता दें कि वित्तीय प्रौद्योगिकी पर इनफिनिटी-फोरम की दो दिवसीय वर्चुअल सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।इस सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था।

सम्मेलन में 70 देशों के प्रतिनिधि शिरकत कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि देश के हर नागरिक के लिए वित्तीय सशक्तिकरण सुनिश्चित करने की खातिर वित्त प्रौद्योगिकी पहल को वित्त प्रौद्योगिकी क्रांति में बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वित्त प्रौद्योगिकी (फिनटेक) उद्योग का स्तर व्यापक हो गया है और इसने जनता के बीच स्वीकार्यता पायी है।

पीएम मोदी ने कहा था कि प्रौद्योगिकी वित्त में एक बड़ा बदलाव ला रही है, और पिछले साल मोबाइल से किया जाने वाला भुगतान, एटीएम कार्ड से की जाने वाली पैसों की निकासी से अधिक था। कार्यक्रम में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ने सौरभ अग्रवाल ने कहा कि दुनिया भर में डिजिटल पहचान प्रणाली के निर्माण के लिए दूसरे देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग करने पर विचार कर रहा है।