मई तक दिवालिया हो जाएंगी अधिकांश विमानन कंपनियां
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के कारण दुुनियाभर की अधिकांश विमानन कंपनियां मई के आखिर तक दिवालिया हो सकती हैं। विमानन कंपनियों के वैश्विक संगठन सीएपीए ने सोमवार को कहा कि इस बड़ी तबाही से सिर्फ तभी बचा जा सकता है, जब सरकारें और उद्योग जगत तत्काल इस संबंध में कोई संगठित कदम उठाएं। अगर संगठित प्रयास नहीं किए गए तो आने वाले समय में संरक्षणवाद बढ़ेगा और प्रतिस्पर्धा कम होगी।
संगठन का कहना है कि इस महामारी को देखते हुए कई सरकारों ने यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। इससे दुनियाभर की कई विमानन कंपनियां पहले ही तकनीक रूप से दिवालिया हो चुकी हैं या कर्ज संकट में डूबी हैं। महामारी के कारण यात्राओं पर प्रतिबंध से दुनियाभर की विमानन कंपनियां उड़ानों में कटौती कर रही हैं।
सीएपीए का कहना है कि विमानन कंपनियों का नकदी भंडार तेजी से खत्म हो रहा है। बेड़े के विमानों को परिचालन से बाहर किया जा रहा है और परिचालन आधा से अधिक घट गया है। इसके अलावा, आने वाले समय के लिए बुक टिकट रद्द किए जा रहे हैं। सरकार के हर सुझाव से यात्री हवाई सफर के प्रति हतोत्साहित हो रहे हैं। इस कारण मांग अप्रत्याशित रूप से कम हो रही है। परिस्थिति का सामान्य होना दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा है।