इस साल टैरिफ में 30 % बढ़ोतरी कर सकती हैं टेलिकॉम कंपनियां!
नई दिल्ली। कंपनियों के राजस्व में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होने और टेलिकॉम सर्विसेज पर सब्सक्राइबर्स का कुल खर्च अन्य देशों की तुलना में काफी कम होने की वजह से इस वर्ष टेलिकॉम कंपनियों के टैरिफ में 25-30 फीसदी और बढ़ोतरी होने का अनुमान है। कंपनी विशेषज्ञों और कंपनियों के कार्यकारी अधिकारियों ने यह बात कही है।
वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल को अजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) की बकाया रकम के तौर पर बड़ा भुगतान करना है। इन कंपनियों को अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए टैरिफ बढ़ाने होंगे। वोडाफोन आइडिया के लिए मुश्किलें अधिक हैं और कंपनी ने कारोबार से बाहर होने की आशंका भी जताई है।
अगर ऐसा होता है तो दूरसंचार बाजार में भारती एयरटेल और रिलायंस जियो का दबदबा हो जाएगा और इन्हें कीमतें बढ़ाने में मुश्किल नहीं होगी। जानकारी के मुताबिक जियो के बाजार में आने से पहले दूरसंचार कंपनियों का एआरपीयू 180-200 रुपए का था। अभी यह इस स्तर से काफी कम है। पिछले तीन वर्षों में ग्राहकों का टेलिकॉम से जुड़ी सेवाओं पर खर्च कम हुआ है।
भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और रिलायंस जियो ने पिछले वर्ष के अंत में प्रीपेड टैरिफ 14-33 फीसदी बढ़ाया था। यह तीन वर्षों में इसमें पहली बढ़ोतरी थी। इससे इन कंपनियों का एआरपीयू मौजूदा 120 रुपए से अगले कुछ क्वॉर्टर में बढ़कर लगभग 160 रुपए पर पहुंच सकता है लेकिन वोडाफोन आइडिया को अगर बकाया रकम पर सरकार से राहत नहीं मिलती तो इसके लिए मुश्किल काफी बढ़ जाएगी और इसे जल्द टैरिफ बढ़ाना पड़ेगा।