नेता प्रतिपक्ष ने LG को सौपा ज्ञापन, सख्त कार्यवाही की मांग
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता आज उपराजयपाल से मिले और उनके द्वारा मूलचंद हस्पताल से अम्बेडकर नगर तक बनाये बस रैपिड ट्रांसिट की जांच के संबध में एक ज्ञापन सौपा।
साथ ही मांग की है कि जांच का दायरा बढाकर निम्नलिखित १२ अन्य बिन्दुओ को शामिल किया जाए व दोषियो के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए।
उपराज्यपाल ने अश्वस्त किया कि जांच का दायरा बढाकर ज्ञापन में उठाए गए सवालों को सम्मिलित कर समयबद्व सीमा में दोषियो के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
१. क्या बीआरटी के प्रस्ताव की प्रशासनिक स्वीकृति देते हुए, दिल्ली सरकार द्वारा मूलचंद अस्पताल से अम्बेडकर नगर के ४.५ किलोमीटर के फासले का यहां पर चलने वाले वाहनों की संख्या का सर्वे और यहां ट्रेफिक जाम आदि समस्या पर भी ध्यान दिया गया था?
२. क्या बीआरटी के फासले में आने वाले पांचों विधानसभा क्षेत्रों के तत्कालीन विधायकों की भी इस मामले में राय ली गई थी?
३. बीआरटी की कन्सेपट रिपोर्ट किस कन्सलटेंट से तैयार करायी गई थी, उसे किस आधार पर नियुक्त किया गया था और इसके लिए कितना भुगतान किया गया था?
४. बीआरटी बनाने के लिए क्या मानक तय किए गए थे?
५. बीआरटी बनने के पश्चात इसकी तकनीकी आयु क्या तय की गई थी?
६. क्या बीआरटी को तोड़ने का कारण इसके डिजाइन या कन्सेपट में खामी थी या इसके बनाने में जो सामान आदि लगाया गया था वह मानकों के अनुसार नहीं था?
७. बीआरटी बनाने का ठेका टर्न की बेस, प्रतिशत रेट या आइटम रेट पर दिया गया था? ठेकेदार के ओरिजनल रेट क्या थे, विभाग का जस्टिफिकेशन क्या था और ठेकेदार को किस रेट पर यह काम दिया गया था?
८. बीआरटी बनाने के लिए ठेके की शर्तों के अनुसार कितनी अवधि तय की गई थी, और यह कितनी अवधि में बना? यदि इसके बनने में देरी हुई तो ठेकेदार पर नियमानुसार क्या कार्यवाही की गई?
९. बीआरटी बनाने की लिए शुरू में कितनी राशि का अनुमान बनाया गया था और इसके पूरा होने पर कुल कितनी राशि व्यय हुई?
१०. इस बीआरटी को तोड़ने के जस्टिफिकेशन के लिए क्या तकनीकी कार्यवाही की गई थी और यह किस अधिकारी /कन्सलटेंट की राय पर तोड़ा गया था?
११. क्या बीआरटी का एस्टीमेट बनाने वाले, इसे तैयार करने वाले और तोड़ने की सिफारिश करने वाले पदाधिकारी एक ही विभाग के हैं? यदि ऐसा है तो क्या इनके विरूद्ध सरकारी पैसों की बर्बादी के लिए कोई कार्यवाही की जाएगी?
१२. क्या उप मुख्यमंत्री द्वारा बीआरटी को अपने द्वारा सांकेतिक रूप से तोड़ने के पीछे राजनैतिक कारण नहीं है?