टैक्स चोरी के पैसों से लेनदेन आसान नहीं
नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद से तमाम सवालों के घेरे में आई मोदी सरकार ने कल इसके जवाब में एक के बाद एक इसके कई फायदे गिनाए।
जेटली आयकर विभाग की नई वेबसाइट को लांच करने के लिए पहुंचे थे और इस मौके पर उन्होंने कई जानकारियां दी।
दावा है कि नोटबंदी के बाद से अब तक २३ हजार करोड़ की अघोषित आय का पता चला है। सिर्फ इतना ही नहीं आयकर दाताओं की संख्या में ९१ लाख का इजाफा हो गया है।
जेटली ने चेतावनी भी दी कि टैक्स चोरी के पैसों से लेन-देन करना अब आसान नहीं होगा। 6 महीने में सरकार ने तीन बड़े बदलाव महसूस किए’ डिजिटल लेन-देन बढ़ गया है।
आयकरदाताओँ की संख्या के साथ टैक्स से कमाई बढ़ी। उन्होंने कहा कि नगद में भारी लेन-देन को लेकर डर बढ़ा है।
इस दौरान डायरेक्ट टैक्सेज यानी सीबीडीटी के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने जानकारी दी कि नोटबंदी के बाद से ९०० मामलों में १६,३९८ करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला। साथ ही ९०० करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गयी।
८३२९ मामलों में सर्वे किया जिसमें ६,७४६ करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला है। ४०० से भी ज्यादा मामले सीबीआई और ईडी को सौंपे गए हैं। ईडी ने १८ और सीबीआई ने ३८ लोगों को गिरफ्तार किया।