भोज पर खर्च 11 लाख की वसूली AAP पार्टी से हो: विजेन्द्र
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने दिल्ली सरकार द्वारा किये गए महंगी थाली घोटाले की समयबद्ध न्यायिक जांच कराने की मांग उपराज्यपाल से की है। उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और वित्त् सचिव ने एक षड्यंत्र के तहत इस घोटाले को जनता के समक्ष उजागर न होने देने के लिए २ महीने तक फाइल को दबाए रखा।
विजेन्द्र ने उप मुख्यमंत्री को चुनौती दी की वे इस बात के सबूत जनता के समक्ष प्रस्तुत करें कि उन्होंने थाली घोटाले की जांच बैठायी थी। सच यह है कि मनीष सिसोदिया ने पंचतारा होटल से डिस्काउंट माँगा था। इसके लिए विभाग द्वारा १५ मार्च २०१६ को पत्र भी लिखा था।
अब नेता प्रतिपक्ष द्वारा सारा घोटाला जनता के बीच उजागर करने के बाद घबराई और बौखलाई दिल्ली सरकार इस मामले को रफादफा करने के लिए एक के बाद एक असत्य बात बोलकर जनता को गुमराह कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने मनीष सिसोदिया को खुली चुनौती देते हुए पूछा है की वे इस बात के सबूत जनता को दिखाएं की उन्होंने महंगी थाली घोटाले की जांच के आदेश कब और किस अधिकारी को दिए थे? २० जुलाई २०१६ को उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने थाली घोटाले की फाइल पर हस्ताक्षर किये थे। उसके बाद घोटाले को दबाये रखने के लिए २ महीने तक फाइल उप मुख्यमंत्री तथा वित्त् सचिव ने अपने पास दबाये रखा।
कानूनन बाध्य होने पर २१ सितम्बर २०१६ को यह फाइल विशेष सचिव वित्त् के पास भेजी गयी। विशेष सचिव ने फाइल को २ महीने तक दबाये रखने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए फाइल पर नोट लिखा है की उन्होंने २१ सितम्बर २०१६ को ही फाइल को पढ़ा इसके पहले फाइल कहां थी किसी को पता नहीं है।