बुराड़ी अस्पताल में 20 नए ICU बेड जोड़े

नई दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने आज बुराड़ी अस्पताल में केंद्रीय अपशिष्ट भंडारण स्थल का उद्घाटन किया। साथ ही 20 वेंटीलेटर से युक्त आईसीयू बेड अस्पताल को समर्पित किया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि शनिवार तक आईसीयू बेड को 20 से बढ़ा कर 50 कर दिया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन पीपीई किट पहन कर कोरोना वार्ड में भी गए और मरीजों से मिल कर उनका हाल-चाल जाना। उन्होंने अस्पताल में मिल रही सुविधा का मरीजों से फीडबैक लिया और अस्पताल के अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मरीजों से बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वह पूरी तरह से स्वस्थ्य हो जाने के बाद ही अस्पताल से जाएं और घर जाने के बाद मास्क जरूर लगाएं।

मंत्री ने मरीजों के परिजनों से भी वीडियो कॉल के माध्यम से बात कर उनका हाल-चाल जाना और उनको सांत्वना दी। स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि आज बुराड़ी हॉस्पिटल को शुरू हुए पूरे 4 महीने हुए हैं। 25 जुलाई को इसका उद्घाटन हुआ था और आज 25 नवंबर है। पिछले 4 महीनों में इस अस्पताल ने काफी तरक्की की है। उसके लिए मैं हॉस्पिटल के सभी डॉक्टर्स पैरामेडिकल स्टाफ और यहां के एमएस आदि को बधाई देता हूं। इन्होंने मिलकर काम किया है, जिसकी वजह से आज यह अस्पताल प्रगति की राह पर है।

मंत्री ने पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों और इंजीनियर का भी धन्यवाद किया और कहा कि इन्होंने सभी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर के काम किया है। स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने अस्पताल के सभी कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि इतने कम समय में 1000 मरीज का उपचार करना बहुत बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि जब अस्पताल नया बना हो, तो उसमें काम करना थोड़ा कठिन होता है, लेकिन यहां के कर्मचारियों ने बहुत अच्छा काम किया है और इतने कम समय में 1000 मरीज के उपचार करने का कीर्तिमान बनाया है।

मंत्री ने कहा कि मुझे यह जानकर भी काफी खुशी हुई है कि यहां पर हर तरह के टेस्ट भी कम समय में किए जाते हैं, चाहे वह सिटी स्कैन हो, एक्स-रे हो या किसी और तरह का टेस्ट हो। स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि वेंटीलेटर युक्त आईसीयू बेड बढ़ने के बाद अब इस अस्पताल से मरीजों को दुसरे अस्पताल में शिफ्ट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि पिछले 4 महीने में शायद ही कभी ऐसा समय आया होगा, जब मरीज को शिफ्ट किया हो, लेकिन अब आईसीयू बेड की संख्या बढ़ जाने के बाद दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल के कर्मचारियों एवं अधिकारियों को कहा कि आप में लोगों के लिए सेवा भाव हमेशा बनी रहनी चाहिए और हमेशा बेहतर करने की भावना होनी चाहिए।