आप पार्टी के 5 साल के कार्यकाल पर भाजपा का आरोप पत्र

नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्री एवं चार्जशीट कमेटी के संयोजक डाॅ. हर्ष वर्धन एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी की अध्यक्षता में आम आदमी पार्टी के असफल 5 साल के कार्यकाल पर “झूठ और विश्वासघात की आप सरकार“ नामक आरोप पत्र कनॉट प्लेस में जारी किया।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव की यह लड़ाई विकास बनाम विनाश की चल रही है।

एक तरफ भाजपा का विकासवादी चेहरा है तो दूसरी तरफ अराजकता को अपना उसूल मान बैठी आम आदमी पार्टी की वो सरकार है जिसने 5 साल झूठ पर आधारित सत्ता दिल्ली में चलाई है। यह वो केजरीवाल सरकार है जिसके मुखिया ने शपथ लेने के समय कहा था कि इंसान का इंसान से हो भाईचारा अब उनका नारा हो गया है झूठ बोलना, साजिश करना, पीठ में छूरा घोंपना काम हमारा यही अन्दाज हमारा। 70 किये जनता से केजरीवाल सरकार ने वादे जिसमें से पूरे न हुये आधे।

आम आदमी पार्टी 10 फीसद से न हो पाई पास लेकिन 91 फीसद जनता के साथ सिर्फ किया विश्वासघात। दिल्ली की जनता के बीच जाकर हमें आम आदमी पार्टी की सरकार की नाकामियों को गिनवाना है ताकि लोग समझ सकें कि दिल्ली में झूठ पर आधारित शासन कौन चला रहा है और कौन दिल्ली के विकास पर अपना ध्यान लगाये हुये है।

दिल्ली के किसान अन्याय का बदला जरूर लेंगे
सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि बुरे बीते 5 साल, नहीं चाहिये केजरीवाल। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने किसानों से वादा किया था कि उनकी आमदनी तीन गुना करेंगे और 70 साल में गांवों का जो विकास नहीं हुआ है उसे मुक्कमल किया जायेगा, लेकिन केन्द्र सरकार द्वारा किसानों को दी जाने वाली 6000 रू. की सम्माननिधि को भी केजरीवाल ने रोक दिया। बुजुर्गों को दी जाने वाली पेंशन को रोक दिया। केन्द्र सरकार की जनहित की योजनाओं को केजरीवाल 5 साल तक रोकते रहे हैं। गांवों की जमीनों पर बनने वाले मकानों को धारा-81 के तहत एसडीएम की ओर से केस दर्ज करवाये, लेकिन केन्द्र की मोदी सरकार ने इन मुकदमों को वापस ले लिया। जमीन अधिग्रहण के बदले मोदी सरकार ने वैकल्पिक प्लाॅट देने की योजना को भी केजरीवाल सरकार ने रोक दिया। यहां तक कि किसानों को खेती के लिये ट्यूबवेल लगाने तक की परमीशन केजरीवाल सरकार ने नहीं दिया। आगामी विधानसभा चुनाव में दिल्ली के किसान केजरीवाल सरकार द्वारा किये जा रहे अन्याय का बदला जरूर लेंगे।

केजरीवाल ने राइटर, एक्टर के रूप में भूमिका निभाई
केजरीवाल को दिल्ली का नटवरलाल, केजरीवाल की संज्ञा देते हुये पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली के 18 पीएसयू मंे से 11 भारी नुकसान में चल रहे हैं, जिसमें 18000 करोड़ का नुकसान हुआ है। दिल्ली मंे पिछले 5 सालांे में केजरीवाल ने राइटर, एक्टर के रूप में लोगों के बीच में अच्छी भूमिका निभाई है। सुप्रीम कोर्ट ने 2014 में कहा था कि दिल्ली के लिये 15 हजार बसों की जरूरत है।

केजरीवाल सरकार आई तब 4700 बसें थी लेकिन अब बसें घटकर 3701 रह गई हैं। 15 अक्टूबर, 2019 को चुनाव से ठीक 5 महीने पहले केजरीवाल सरकार ने इलेक्ट्राॅनिक बसों का पहला टेंडर जारी किया, जबकि 2014 में केन्द्र सरकार ने 1300 करोड़ रूपये बस के लिये दिया जा चुका है लेकिन 2014 से 2019 तक दिल्ली सरकार 1300 करोड़ रू का ब्याज खा रही है और उन पैसों का विज्ञापन देकर मुख्यमंत्री अपना चेहरा चमका रहे हैं। केजरीवाल सरकार ने पिछले 5 सालों में कोई भी स्कूल काॅलेज यह कहकर नहीं बनवाया कि उनके पास जमीन नहीं है जबकि उनके पास 82 प्लाॅट खाली पड़े थे। जब दिल्ली सरकार के कोई जमीन नहीं थी दो विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा अब उन्होंने कैसे कर दी। मोदी सरकार ने अनधिकृत कालोनियों को पास करके 40 लाख लोगों को फायदा दिया जिससे दिल्ली की अनधिकृत कालोनियों में रहने वाले लोगों को कैपिटल गेन टैक्स के रूप में लाखों का फायदा हुआ।