स्वास्थ्य को मिले मौलिक अधिकार का दर्जा: अजय कुमार

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जन स्वास्थ्य एवं समग्र मानव विकास फाउंडेशन के अध्यक्ष तथा स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार का दर्जा दिलाने के लिए लगातार प्रयासरत अजय कुमार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार बनाने की अपील की है। अजय कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य को राज्य सूची से समवर्ती सूची में लाया जाए ताकि केन्द्र प्रभावी कानून बना सके।

अजय कुमार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि कोरोना की भयावह स्थिति से निपटने में भारत की सरकार और उनके मजबूत नेतृत्व ने निश्चित रूप से प्रभावी कदम उठाए हैं जिसकी प्रशंसा वैश्विक स्तर पर कई संस्थानों ने समय-समय पर की है। अजय कुमार ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिये वैक्सीन के निर्माण में भी भारत की भूमिका अग्रणी एवं विश्वसनीय रही और जिसका लाभ विश्व के कई देशों को सीधा मिल रहा है। यह अपने आप में एक बहुत ही महत्वपूर्ण उपलब्धि भारत की सरकार, आपके नेतृत्व, वैज्ञानिकों और देश की सर्व सामान्य जनता के लिए है।

अजय कुमार ने कहा कि एक बार पुनः कोरोना महामारी विश्व स्तर पर जोर पकड़ रही है। भारत में भी कोरोना महामारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में सरकार द्वारा जनसामान्य के स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाये जाने की जरूरत है। अजय कुमार ने आगे कहा कि स्वास्थ्य राज्य सूची का विषय है, बाबजूद इसके केन्द्र सरकार स्वास्थ्य को लेकर कितना संवेदनशील है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मानसिक स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार का दर्जा दिया गया। अजय कुमार ने कहा कि पन्द्रहवें वित्त आयोग के द्वारा गठित एक्सपर्ट ग्रुप ने भी अपनी सिफारिश में स्वास्थ्य को राज्य सूची से समवर्ती सूची में लाने की अनुशंसा की है, ताकि स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार बनाने पर निर्णय केन्द्र सरकार कर सके।

अजय कुमार ने बताया कि वर्तमान में जिस प्रकार की असामान्य परिस्थितियाँ उत्पन्न हुई हैं उनको देखते हुए मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से निवेदन किया है कि जिस प्रकार से आपके कुशल नेतृत्व में राष्ट्रहित में कई अहम नीतिगत और दूरगामी प्रभाव वाले मजबूत फैसले लिये गये उसी प्रकार यदि स्वास्थ्य को राज्य सूची से निकालकर समवर्ती सूची में लाया जाता है और स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार बनाया जाए तो यह वर्तमान परिस्थिति एवं भविष्य के लिए तथा भारत के सम्पूर्ण जनमानस के लिए एक बहुत बड़ा वरदान साबित होगा।