जामिया विवि ने कहा, छात्रों के मन में बैठा डर दूर करें
नई दिल्ली। दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध प्रदर्शन पर केंद्र सरकार को कुल तीन रिपोर्ट भेजी हैं। पहली रिपोर्ट 13 दिसंबर को भेजी गई थी। इसके बाद 16 दिसंबर को ऑनलाइन मोड से ईमेल पर और तीसरी लिखित रिपोर्ट 17 दिसंबर को सौंपी है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने सभी डीन व स्कूल चेयरपर्सन संग बैठक के बाद हॉस्टल में रहने वाले छात्रों की जिम्मेदारी व निगरानी का जिम्मा शिक्षकों को सौंपा है। 4 से 5 छात्रों के ग्रुप पर एक शिक्षक को तैनात किया है।
जामिया विश्वविद्यालय के सूत्रों के मुताबिक, कुलपति, रजिस्ट्रार, चीफ प्रोक्टर की बुधवार को सभी विभागों के डीन, चेयरपर्सन व विभाग प्रमुख के साथ बैठक हुई। बैठक में सीएए के विरोध के बीच विश्वविद्यालय के छात्रों की सुरक्षा की रणनीति पर चर्चा हुई। विश्वविद्यालय प्रशासन ने फैसला लिया है कि पांच जनवरी तक विश्वविद्यालय की छुट्टियों के बाद भी घर नहीं जाने वाले छात्रों की सुरक्षा की जिम्मेदारी शिक्षक उठाएंगे।