स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को मंत्री सतेंद्र जैन ने लिखा पत्र
नई दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर जरूरती कदम उठाने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. हर्ष वर्धन को पत्र लिखा है। उन्होंने अस्पतालों में जांच की सुविधा बढ़ाने और निजी अस्पतालों को भी जांच करने की अनुमति देने का अनुरोध किया है। स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि कोरोना को लेकर अभी तक उठाए गए कदम पर्याप्त हैं, लेकिन आगे के लिए हमें और भी तैयारी करने की जरूरत है।
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार ने मिल कर कोरोना को लेकर सभी ऐहतियात बरती है। WHO ने इसे महामारी घोषित किया है। आशंका जताई जा रही है कि इसे बहुत बड़े स्तर पर फैलने का डर है। अभी तक उठाए गए कदम पर्याप्त है, लेकिन आगे के लिए हमें और भी तैयारी करने की जरूरत है। इसलिए मैने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. हर्ष वर्धन को पत्र लिखा है कि जांच की सुविधा को और बढ़ाने की जरूरत है। हमने दिल्ली सरकार के 4 अस्पतालों को तैयार किया है। लेडी हार्डिंग में लैब शुरू करनी थी लेकिन अभी तक शुरू नहीं हो पाई है, उसके लिए अनुरोध किया है।
दिल्ली के अंदर कई सारे लैब बनाने की जरूरत है। इसके लिए भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से अनुरोध किया गया है। जांच के लिए प्राइवेट अस्पतालों को भी अनुमति दी जाए, क्योंकि जांच की सुविधा होनी जरूरी है। अगर अचानक बहुत सारे केस आएंगे और जब तक जांच नहीं होगी, तो और भी लोग घबराएंगे। जाच होने के बाद तसल्ली हो जाती है कि कोई दिक्कत नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों में आइसोलेशन बेड तैयार कर लिए गए हैं। 250 से अधिक बेड का इंतजाम किए गए हैं, आगे और भी बेड का इंतजाम कर रहे हैं। आइसोलेशन भी हमें दो तरह का चाहिए। एक उन लोगों के लिए चाहिए, जिन्हें लगता है कि कोरोना के लक्षण है, लेकिन अभी तक कंफर्म नहीं है। कुछ लोग जो कोरोना से पीड़ित मरीजों के संपर्क में आए हैं, उन सभी को आइसोलेशन में रखने की जरूरत है। इसके अलावा हमने मरीजों के इलाज के लिए भी तैयारी की है।
अभी तक दिल्ली में 6 केस सामने आए हैं। इनमें से एक भी मरीज दिल्ली सरकार के अस्पताल में नहीं भर्ती है। सतेंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में हम सभी व्यवस्थाएं कर रहे हैं। इसी तरह दूसरे राज्यों की सरकारें भी व्यवस्था कर रही हैं। दूसरे राज्यों से आने वाले कोरोना के मरीजों के इलाज की जहां तक बात है, तो दिल्ली सरकार इसके लिए भी तैयार है।
उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि अगले एक माह के लिए सभी वीजा निलंबित कर दिए गए हैं। विदेशियों का आना बंद हो गया है और जो लोग बाहर से इंफेक्शन लेकर आ रहे थे, वह भी बंद हो जाएगा। सतेंद्र जैन ने कहा कि कोरोना को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। सिर्फ सर्तक रहने की जरूरत है। घबराने से आप बच नहीं पाएंगे। जो भी कोरोना से पीड़ित व्यक्ति है, उसके बहुत करीब न जाएं। उससे एक या डेढ़ मीटर की दूरी बनाए रखें।
बहुत भीड़ वाले इलाकों में न जाएं। जब कोई कोरोना से ग्रसित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो उससे दूसरे व्यक्ति तक पहुंचता है। अगर आप बहुत करीब हैं और पीड़ित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो आपको सीधे संक्रमित कर सकता है। यह वायरस छींकने या खांसने के दौरान सतह पर भी आ जाते है और कुछ दिनों तक जिंदा रह सकते हैं।
उस सतह को छूने के बाद आपके हाथों में वायरस आ जाते हैं। हाथों में वायरस आने से बीमारी नहीं होगी, लेकिन जब आप उन्हीं हाथों को बिना धोए मुंह, आंख या कान को छूते हैं तो वायरस शरीर के अंदर प्रवेश कर जाते हैं। इसलिए हर व्यक्ति को खाना खाने से पहले, आंख, मुंह या नाक को छूने से पहले साबून से अपने हाथों को साफ से धो लेना जरूरी है।