‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म के सभी कलाकारों का इन्दौर में होगा सम्मान

इन्दौर। देशभर में ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को दर्शकों की सराहना मिल रही है। पलायन के दर्द भरे चित्रांकन को मौलिकता के साथ देशवासियों के बीच रखने के लिए विश्व ब्राह्मण समाज संघ इन्दौर में फिल्म से जुड़े कलाकारों व निर्माता-निर्देशक का सम्मान करने जा रहा है। इसके लिए विश्व ब्राह्मण समाज संघ की बैठक में प्रस्ताव के बाद पदाधिकारी कलाकारों से चर्चा कर तारीख निश्चित करने में लगे हुए हैं। फिल्म को मध्य प्रदेश में टैक्स फ्री करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का नागरिक अभिनंदन भी इसी कार्यक्रम में किया जाएगा।
विश्व ब्राह्मण समाज संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित योगेन्द्र महंत ने बताया कि कश्मीर में पलायन के दर्द को जिस तरह की मार्मिक कहानी के रूप में द कश्मीर फाइल्स फिल्म में दर्शाया गया है, इसके कारण बीते समय में हुई दर्दनाक स्थिति आज की पीढ़ी समझ पाई है। इसके लिए निश्चित ही फिल्म के निर्माता, निर्देशक और कलाकार धन्यवाद के पात्र हैं। विश्व ब्राह्मण समाज संघ के पदाधिकारियों की बैठक यशवंत निवास रोड़ स्थित रॉयल डायमंड बिल्डिंग में शनिवार को रखी गई, जिसमें पदाधिकारियों ने एक मत से प्रस्ताव पारित किया कि फिल्म के निर्देशक, लेखक विवेक अग्निहोत्री, सौरभ पांडे, निर्माता तेजनारायण अग्रवाल एवं अभिनेता अनुपम खेर, रोहित शर्मा, पल्लवी जोशी आदि कलाकारों का सम्मान इन्दौर के ख्यात रवीन्द्र नाट्यगृह में किया जाएगा। इसके लिए फिल्म के निर्देशक एवं कलाकारों से चर्चा कर इन्दौर आने व समारोह में शामिल होने के लिए चर्चा का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। जल्द ही तारीख निश्चित की जाएगी।

रवीन्द्र नाट्यगृह में होने वाले इस विशाल सम्मान समारोह में शहर की एक दर्जन से ज्यादा संस्थाएं भी शामिल हो रही हैं, जो लगातार विश्व ब्राह्मण समाज संघ के पदाधिकारियों से चर्चारत हैं। साथ ही बैठक में यह भी प्रस्तावित किया गया कि फिल्म को टैक्स फ्री करने के लिए प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी आयोजन में नागरिक अभिनंदन किया जाएगा। इस अवसर पर विश्व ब्राह्मण समाज संघ के राम प्रकाश शर्मा ‘प्रभु जी’, पंडित विजय बोड़खा, पंडित राधेश्याम व्यास, पंडित अशोक पांडे, पंडित सुरेश पाठक, पंडित गिरजेश तिवारी तथा पंडित योगेन्द्र महंत आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।

पंडित योगेंद्र महंत ने फिल्म उद्योग से जुड़ी हस्तियों से आह्वान किया है कि सन् 1947 में देश की आजादी के बाद कश्मीर, पंजाब और अन्य स्थानों से हुए पलायन के वास्तविक हालात पर भी आज के बदलते परिवेश में बेहतरीन फिल्म का निर्माण होना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ी को आजादी के बाद हुए आंतरिक संघर्ष की वास्तविकता से एक बार फिर रूबरू कराया जा सके। पंडित महंत का कहना है कि फिल्में हमेशा से ही हमारे जीवन पर गहरा असर डालती आई हैं और युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी रही हैं इसलिए देश की एकता- अखंडता और सच्चाई को नौजवान पीढ़ी के सामने रखने में फिल्म निर्माताओं व कलाकारों की सकारात्मक पहल की विश्व ब्राह्मण समाज संघ हमेशा सराहना भी करता आया है और इसी क्रम में यह विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा है।