IFFI: ये हिन्दुस्तान का फिल्मिस्तान है मेरी जान!
76 देशों की 190 फिल्में हाय गोवा,
बाय गोया कुछ ऐसा था सितारों के महाकुंभ के बीच लगा फ़िल्मी बाजार
IFFI से धीरज कुमार
गोवा.
समुद्री बीच पर बहने वाली मनोरम हवाओं के दरम्यिान सितारों का जमावड़ा, जिधर देखो उधर सितारे, फ़िल्मकार और फ़िल्मी बातें, फ़िल्मी चर्चाएं. कुछ ऐसा ही नजारा है गोवा की सुंदर वादियों में 20 नवंबर से 28 नवंबर तक आयोजित इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का. आठ दिनों तक चले इस फेस्टिवल में जो भी आया वह बस सारी दुनिया भूलकर यहीं का होकर रह गया.
अपनी आपाधापी की जिंदगी को भूलकर वह यहीं ढूंढने और जानने में लगा रहा कि उसको कब, कहां, कौन सी फिल्म देखने को मिलेगी, तो कब, कहां, कौन सा कलाकार या सितारे की मास्टरक्लास है. यहां के टिकट काउंटरों पर लंबी-लंबी कतारें यह बताती हैं कि देश की युवा पीढी पिफल्मों और सितारों के बारे में कितना कुछ जानने और समझने को बेकरार हैं और यही नहीं एक नई खेप, नई पौध फ़िल्मी दुनिया में आने को बेरकरार है. यहां पर नई पीढ़ी के युवाओं ने न केवल कलाकार बनने के हुनर सीख रहा है बल्कि किस तरह एक बेहतरीन फिल्म बनाई जाती है. इसका भी ढंग उन्हें सीखने को मिल रहा है. कल्पना कीजिए किसी ऐसे शहर के एक ऐसे स्थान की जहां महज 8 दिनों में आपको 76 देशों की 190 फिल्में देखने को मिल जाएं तो वह स्थान एकमात्र है गोवा में आयोजित इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल.
इन्होंने सीखाए हुनर
इफ्फी 2019 महोत्सव में बॉलिवुड के कई दिग्गजों ने मास्टर क्लास के जरिए फिल्म प्रेमियों संग अपने अनुभव साझा किए. अनिल कपूर, कपूर, फराह खान, रोहित शेट्टी, रकुल प्रीत सिंह, तापसी पन्नू, मेघना गुलजार, अमिताभ बच्चन, प्रियदर्शन, इलैयाराजा, रजनीकांत, इम्तियाज अली, नित्या मेनन, राहुल रवैल, प्रसनजीत चटर्जी, डॉली अहलूवालिया, मंजू बोराह, राम राघवन, मुकेश छाबड़ा, नंदिनी श्रीकांत, श्रीजीत मुखर्जी, अनंत नारायण, आदित्य धर सहित कई अन्य लोगों ने इफ्फी के अलग-अलग मंच पर मीडिया और दर्शकों से रूबरू हुए.