खूब सलाद खाना बुद्धिमानी नहीं, डाइट को लेकर बनाया जा रहा मूर्ख
नई दिल्ली। मोटापे से परेशान लोग सलाद खाकर बहुत संतुष्ट रहते हैं, उन्हें लगता है कि सलाद में बहुत कम कैलोरी और ज्यादा फाइबर है। आमतौर पर यह माना जाता है कि फाइबर बार-बार भूख लगने से रोकता है। पर क्या वास्तव में ऐसा होता।आयुर्वेदिक डॉक्टर इसे लेकर चेताती हैं। डॉ अल्का विजयन ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर पत्तेदार सलाद को लेकर कई तरह के मिथ को तोड़ने की कोशिश की है।
डॉ अल्का ने कहा, नए जमाने की डाइट को लेकर खूब प्रचारित किया जा रहा है।इस डाइट में सलाद शामिल है। इस डाइट को लेकर हमारी पीढ़ी को मूर्ख बनाया जा रहा है।यह झूठा प्रचार है।ऐसे झूठे प्रचार से बचें। हमलोग जुगाली करने वाले जानवर नहीं हैं जो कच्ची चीजों को खाएं। उन्होंने कहा कि सलाद की हकीकत जानकर आपमें से ज्यादातर लोग हैरान रह जाएंगे। डॉ अल्का विजयन ने सलाद को लेकर कई तरह के मिथ को तोड़ा है।
ज्यादा फाइबर का मतलब है कि पेट और मेटाबोलिज्म पर ज्यादा जोर देना। चूंकि हमलोग जुगाली करने वाले जानवर नहीं हैं जिसमें बार-बार रॉ मैटेरियल को चबाना आसान होगा।ज्यादा फाइबर अत्यधिक वात्त (ड्राइनेस) पैदा कर सकता है। यानी यह ड्राइनेस को बढ़ाता है।इससे पेट फूलने की समस्या हो सकती है।इससे पेट में इधर-उधर दर्द होगा और गैस की प्रोब्लम परेशान करेगी।इससे जोड़ों में दर्द भी हो सकता है।
डिनर में हल्का भोजन होना चाहिए, लेकिन अगर रात में ज्यादा सलाद खाएंगे, तो इसे पचाने के लिए रात में आंत को ज्यादा मेहनत की जरूरत होगी, इसलिए अंतिम डाइट में सलाद खाने से परहेज करें।नियमित रूप से फाइबर का सेवन वात्त को बहुत अधिक बढा देता है, जो बालों को पतला कर सकता है।इससे बाल झरने की समस्या भी हो सकती है।फाइबर का सेवन शुरुआत में डाइजेशन में मदद कर सकता हे, लेकिन नियमित सेवन करने से आंत में ड्राइनेस लाता है जिससे आंत के संकुचन में बाधा पहुंचती है।
सलाद का अगर सेवन करना ही है, तो सप्ताह में सिर्फ दो बार ही करें।जब भी सलाद का सेवन करें दिन के भोजन के साथ करें।अगर गैस की प्रोब्लम है तो सलाद का सेवन न ही करें, तो बेहतर है। मालूम हो कि मोटापा पूरी दुनिया के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है।इससे कई बीमारियां पैदा होती हैं जो ऑवरऑल हेल्थ के लिए नुकसानदेह है।यही कारण है कि कुछ लोग अपना वजन घटाने के लिए क्रेजी हो जाते हैं।वजन घटाने की जब भी बात आती है, अधिकांश लोग हेल्दी और लाइट डाइट पर गुजारा करने लगते हैं।