पन्ना की हीरा खदानों से दंपत्ति को मिला 30 लाख का हीरा, 12वीं बार चमकी किस्मत
Panna : मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती ने कई लोगों को रंक से राजा बना दिया है। इसी प्रकार नोएडा निवासी मीणा सिंह पति राणा प्रताप सिंह के साथ हुआ है। जिन्हें एक बार फिर 8.01 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है। जिसकी अनुमानित कीमत करीब 30 लाख रुपए बताई जा रही है। इसके पहले भी इस दंपति को 11 हीरे पन्ना की हीरा खदानों से मिल चुके है। पन्ना का हीरा विभाग, उथली हीरा खदान के पट्टे जारी करती है।
जिसकी गहराई लगभग 10 फुट तक होती है, लेकिन जिले भर में जे.सी.बी. मशीनों से 20 से 40 फुट गहरी खदानें खोदी जा रही हैं। इस तरह से चल रहीं हीरा खदानों में जिला हीरा अधिकारी कभी निरीक्षण भी नहीं करते हैं। इससे बेखौफ खदान संचालक सीमा से अधिक गहराई करके नियमों के साथ खिलवाड़ करते हैं। यह खेल कहीं न कहीं अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा है। हाल ही में एक लगभग 25 कैरेट का हीरा चोरी हो गया था। उस पर भी अधिकारियों की ओर से आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
हीरा अधिकारी ने मीडिया को दिए अपने एक बयान में इस बात को माना भी था कि उन्हें चोरी हुऐ हीरे की जानकारी है और जल्द ही उसे जमा करायेंगे। इस बात को 6 महीने हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश के नोएडा निवासी राणा प्रताप सिंह ने अपने कुछ दोस्तों के कहने पर वर्ष 2021 में पन्ना आकर हीरा खदान लगाने का काम शुरु किया गया था। इसके बाद उन्हें एक के बाद एक अब तक कुल 11 हीरे मिल चुके हैं।
एक बार फिर उन्हें 8.01 कैरेट का बेशकीमती हीरा पन्ना के जरुआपुर गांव की उथली हीरा खदान से मिला है। यह खदान उन्होंने जरुआपुर गांव के निवासी किसान विमल सरकार के खेत मे लगाई थी। इस खदान में खेत मालिक विमल सरकार 20 फीसदी के पार्टनर हैं। इसके अलावा संजय अधिकारी 5 फीसदी के पार्टनर हैं। करीब 3 महीने की मेहनत के बाद यह हीरा मिला है, जिसे खदान मालिक की गैर मौजूदगी में तुआदार गौतम मिस्त्री, खेत मालिक और साझेदार ने हीरा कार्यालय पहुंचकर जमा करवा दिया गया है।