MP News: देश में ‘महाकाल’ भगवान के सबसे ज्यादा भक्त, दूसरे नंबर पर तिरुपति बालाजी
भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने जो भक्त पहुंचते हैं। वह सभी वर्गों के होते हैं। गरीबों की संख्या सबसे ज्यादा होती है।
Mahakal Ujjain Mandir : भगवान भोलेनाथ ऐसे भगवान है, जो अपने भक्तों की भक्ति और आस्था से प्रसन्न हो जाते हैं। भक्तों के पास कुछ चढ़ाने के लिए हो, या ना हो। जल,फूल,पत्ते, धतूरे जैसी चीजों भक्तों द्वारा आस्था से चढ़ा दी जाती हैं। तो भगवान भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं।
भारत में सभी धर्म स्थलों में सबसे ज्यादा भक्त महाकाल उज्जैन के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। इनकी संख्या सर्वाधिक डेढ़ लाख तक औसत होती है। तीर्थ स्थलों में उसके बाद तिरुपति बालाजी में लगभग 80000 भक्त दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर में 75000 वैष्णो देवी में 75000 शिरडी साईं धाम में 70000 और ओंकारेश्वर खंडवा में 50000 से ज्यादा भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं। भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने जो भक्त पहुंचते हैं। वह सभी वर्गों के होते हैं। गरीबों की संख्या सबसे ज्यादा होती है। भगवान भोलेनाथ अपने गरीब भक्तों के ऊपर विशेष कृपा बरसाते हैं।
उज्जैन में भक्तों की संख्या ज्यादा होने के कारण यहां के हजारों लोगों को नियमित रूप से रोजगार उपलब्ध होता है। सावन के महीने और नाग पंचमी के अवसर पर उज्जैन के महाकाल मंदिर के दर्शन करने के लिए भक्त उमड़ पडते हैं।
मध्य प्रदेश में उज्जैन महाकाल लोक के कारण भक्तों की संख्या निरंतर मध्य प्रदेश के धार्मिक स्थलों पर बढ़ रही है। उज्जैन में दान,प्रसाद, नाश्ता, भोजन, ऑटो टैक्सी एवं अन्य कारोबार से जुड़े हुए लोगों को कारोबार मिलता है। हजारों परिवारों का जीवन यापन महाकाल की नगरी उज्जैन में महाकाल के कारण सहजता के साथ उपलब्ध होता है।