पूज्य आचार्य रामानुज जी. श्रीराम विवाह के साक्षी बने असंख्य श्रद्धालु
मेघनगर. प्रसिद्ध तीर्थस्थल श्री हनुमंत आश्रम पिपलखुटा में चल रही संगीतमय श्रीराम कथा में असंख्य श्रद्धालुश्रीराम विवाह केँ साक्षी बने.श्रीराम कथा में पूज्य आचार्य रामानुज जी ने कहा जन्म जन्मांतर के अपराध से मुक्ति मिलती है जितना कथा श्रवण करने वालों को उक्त कथा का लाभ मिलता है.उतना ही पुण्य उक्त कथा के संपन्न कराने वालों को प्राप्त होता है धर्म के नाम पर लड़ने वालों को सचेत करते हुए कहा कि धर्म पिता के समान है जो बच्चा पिता की उंगली पकड़कर चलता है. वही सच्चा मानव होता है उकत प्रेरणादायी उदगार सिद्ध भूमि पीपलखूंटा में चल रहे राम कथा के छठवें दिन गुरुवार को व्यास पीठ से संबोधित करते हुए आचार्य रामानुज जी ने धर्म अनुरागीयो से राम विवाह के संदर्भ में कही आचार्य ने धर्म भीरु ठेकेदारों को सचेत करते हुए कहा कि धर्म के नाम पर लड़ने व धर्मांतरण करने वालों को भी फटकार लगाते हुए कहा कि राम का सच्चा भक्त कभी अपना पिता नहीं बदलता है. उन्होंने कहा कि यदि मन में समर्पण का भाव भक्तों के मन में नहीं जागेगा तो मन में देवता के प्रति श्रद्धा व आस्था महज दिखावा साबित होगी कथा की महिमा प्रतिपादित करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ण व मानव के बीच की कथा राम कथा है तुलसीदास जी ने भी कहा है कि इससे मानव मन में भीतर की मानवता प्रकट होकर तनाव को दूर करती है सहयोग की दी सिख रामानंद जी ने रामकथा में उपस्थित जनसमुदाय से व्यास पीठ पर राम पोथी पर धन दौलत नहीं बल्कि किसी पीड़ित व गरीब की हर संभव मदद देने की बात दोहराते हुए भामाशाहो से दान व सहयोग की अपील जरूरतमंदों के लिए करते हुए उन्हें हर समय तत्पर रहने का आह्वान किया उन्होंने कहा कि मानव मन में सत्संग की महिमा तभी प्रतिपादित होगी जब अपराध बोध व नकारात्मक सोच को त्यागने से या मानव मन के प्रति सच्ची रामकथा साबित होगी उन्होंने कहा कि जीवन में यदि मुस्कुराते रहे तो समझो कि रामकथा की पहली सीढ़ी पार कर ली है आचार्या ने जीवन में प्रभु राम के बताए मार्ग का अनुसरण करने ही राम कथा हमें सीख देती है प्रतिदिन नवम पाठ रामकथा के संदर्भ में पीपलखूंटा के महंत दया राम दास जी ने बताया कि रामकथा में प्रतिदिन 25 विद्वान पंडितों द्वारा रामायण पाठ राम यज्ञ भी चल रहा है कथा समापन पश्चात प्रतिदिन सिद्ध भूमि जमुना दास जी की गौशाला में गो पूजा आरती मां पद्मावती नदी के तट पर इकावन दीपको के साथ आरती भी की जा रही है राम विवाह के संदर्भ पर रभापुर नायक समाज द्वारा भंडारा भी आयोजित किया गया था.
इस अवसर पर डॉ बसंत सिंह खतेडीया नवल सिंह नायक राम सिंह मेरावत भोजन शाला में मौजूद थे विवाह उत्सव के लाभार्थी शांतिलाल जी पडियार प्रकाश पडियार पोथी पूजन के प्रमुख यजमान घनश्याम अग्रवाल व नाथूलाल अग्रवाल ने भी होती पूजन कर पूज्य श्री का स्वागत किया चल रहे राम कथा का संचालन राजेश वैद्य ने किया|