समाजसेवी श्रीजैन और श्रीशर्मा ने की महाआरती| रविवार को श्रीराम कथा विश्राम में पहुँचे हजारो श्रद्धालु
मेघनगर – रविवार को प्रसिद्ध तीर्थ स्थल श्री हनुमंत आश्रम पीपलखूंटा में 20 फरवरी से चल रही श्रीराम कथा का ऐतिहासिक समापन हुआ इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने पूर्णाहुति और भंडारे में भाग लिया श्री राम कथा के विश्राम के अंतिम दिन प्रदेश के वरिष्ठ समाजसेवी श्री सुरेश चंद जैन और श्री ब्रजेंद्र शर्मा श्री हनुमान जी और श्री रामायण जी की महाआरती की , संतों का स्वागत कर महा प्रसादी का वितरण भी किया। अंतिम दिन कथावाचक और भारत के बड़े संत पूज्य श्री रामानुज जी ने कहा कि मानव जीवन में यदि मोह और वासना का अंत नहीं किया तो समझो वह मानव जीते जी रावण की लंका के समान है जिसने नारी शक्ति का हरण कर स्वयं अपनी मौत को बुलावा दिया था । उन्होंने श्री व्यास पीठ से धर्म प्रेमियों केँ लिएँ व्यभिचार शराब व अपराध मुक्त होने का संकल्प आम जनों से दोहराया और कहा कि इसे त्याग कर मानव जीवन सुख पूर्व जीने का आव्हान किया आचार्य ने राम गमन का संस्मरण सुनाते हुए वनवासी केवट वृतांत सुनाया इस पर समूचा जनमानस भाव विभोर हो गया।
आचार्य श्री ने जीवन रूपी सरिता अयोध्या से निकलकर कथा समाप्ति आखरी किनारे की महिमा प्रतिपादित करते हुए कहा कि आज हर किसी के जीवन में समता का किनारा नहीं है यही राम कथा जीवन यात्रा की कथा है जिसमें सुग्रीव मैत्री राम रावण युद्ध भरत मिलाप सीता जी का धरती में समाना रामायण पर कई प्रेरक प्रसंग का वर्णन बताते हुए भरत के राज्याभिषेक होने के बाद भी राजगद्दी पर राम पादुका रखकर भारत ने मंत्री के रूप में अपना कर्तव्य निभाया.व्यासपीठ से सीता हरण के बाद कुंभकर्ण ने रावण को ललकारते हुए पराक्रमी ज्ञानी रावण को अज्ञान की संज्ञा देते हुए स्वयं रावण के भाई ने उसे प्रायश्चित करने के लिए कहा था. उक्त रामकथा हमें मानव बनने व पुरुषार्थ में लगे रहने की प्रेरणा देती है धर्म सभा में आशीर्वचन महंत दयारामदास जी ने किया धर्म सभा का संचालन राजेश वैद्य ने किया आभार शांतिलाल पडियार ने व्यक्त किया राम कथा समापन अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में धार्मिक रचनात्मक कार्य व मंदिर के दानदाताओं के अलावा मीडिया कर्मियों का भी सम्मान किया गया राम कथा समापन का भंडारा विद्याचरण शर्मा ने किया इस अवसर पर राम कथा के प्रमुख यजमान घनश्याम अग्रवाल नाथूलाल अग्रवाल का सम्मान किया गया राम कथा में बृजेंद्र शर्मा सुरेश चंद्र जैन नायक समाज पीटोल सर्व समाज व विद्वान पंडितों व सिद्धपीठ के समस्त तपस्वियों तथा दान दाताओं का शाल श्रीफल से सम्मानित किया गया|
वही मंदिर के महंत श्री 108 दयाराम दास जी महाराज के साथ पूजा कथा वाचक श्री रामानुज जी और वहां पहुंचे साधु संतों के स्वागत समाजसेवी श्री जैन श्री शर्मा द्वारा किया गया वहींं दोनों समाजसेवियों का सम्मान भी श्रीदयारामदास जी महाराज द्वारा किया गया ।