छात्राओं के आगे ‘झुकी’ खट्टर सरकार, मानी मांग
रेवाड़ी। हरियाणा राज्य की खट्टर सरकार ने रेवाड़ी के गोठड़ा टप्पा गांव की बेटियों की मांग को मान लिया है। सरकार ने गोठड़ा टप्पा गांव के स्कूल को १२वीं तक करने का आदेश दिया है, लेकिन अनशन पर बैठी लड़कियों ने सरकार से लिखित में भरोसा मांगा है।
लड़कियों की मांग है कि सरकार को कोई नुमाइंदा आए, तभी वो अनशन तोड़ेंगीं। पिछले एक हफ्ते से भूखे-प्यासे अनशन पर बैठी हैं। गांव की लड़कियां जब पढने दूसरे गांव जाती हैं तो मनचले जीना मुश्किल कर देते हैं।
इन लड़कियों की मांग है कि सरकार इन्हीं के गांव में १२वीं तक स्कूल बना दे। इस दौरान हफ्ते भर से अनशन पर बैठी भूखी प्यासी एक लड़की की तबीयत कल बिगड़ गई।
जिसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन एंबुलेंस में नहीं बल्कि मोटर साइकिल पर। वो इसलिए क्योंकि ये लोग कोई भी सरकारी मदद नहीं लेना चाहतीं।
रेवाड़ी के सरकारी स्कूल की छात्रा पूजा का कहना है, ‘’हम १० मई से अनशन पर बैठे हैं, हमारी मांग है कि स्कूल १२वीं तक हो जाए। लेकिन इस ओर कोई नहीं ध्यान नहीं दे रहा है।
छात्राओं का आरोप है कि ४ किलोमीटर दूर जिस स्कूल में पढ़ने जाना पड़ता है उसके रास्ते में मनचले छेड़ते हैं। इन छात्राओं का कहना है कि जब तक शिक्षा मंत्री आकर आश्वासन नहीं देते ये अन्न नहीं खाएंगी।
इसीलिए रोहतक में शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा से पूछा कि क्या आप रेवाड़ी तक जाकर इन बच्चियों का अनशन भी नहीं तुड़वा सकते हैं?