दिल्ली में प्रदूषण का स्तर तीन गुना अधिक
नई दिल्ली। राजधानी की हवा में प्रदूषण का स्तर मानकों से तीन गुना तक अधिक रहा। राजस्थान से आने वाली धूल भरी पश्चिमी हवाओं के चलते दिल्ली की हवा में धूल के कणों की मात्र काफी बढ़ गई। प्रदूषण के स्तर पर नजर रखने वाली संस्था सफर की रिपोर्ट के अनुसार, ज्यादातर इलाकों में प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक स्तर तक पहुंच गया।
दिल्ली के मथुरा रोड इलाके में हवा में पीएम 2.5 की मात्र 347 एक्यूआई रही, जबकि धीरपुर में यह स्तर 342 रहा। मानकों के तहत हवा में पीएम 2.5 की मात्र 100 एक्यूआई से अधिक नहीं होनी चाहिए।
मौसम वैज्ञानिक समरजीत चौधरी के अनुसार गुरुवार को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते राजस्थान की ओर से आने वाली पश्चिमी हवाएं काफी धूल लाईं। इसी के चलते प्रदूषण बढ़ गया। हवाओं का रुख उत्तर पश्चिमी रहने की संभावना है।
ऐसे में अगले एक से दो दिनों में हवा में प्रदूषण का स्तर घटेगा। वायु प्रदूषण पर लम्बे समय से काम कर रही व सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरमेंट संस्था की वायु प्रदूषण मामलों की प्रमुख अनुमिता रॉय चौधरी के अनुसार दिल्ली की हवा में पार्टिकुलेटेड मैटर (पीएम) बढ़ने का प्रमुख कारण हवा में धूल का बढ़ना है।
दिल्ली व आसपास के इलाकों में इमारतों के निर्माण से काफी धूल उड़ती है। वहीं सड़कों पर भी काफी धूल है। आसपास के पावर प्लांट से भी कोयले की राख उड़ कर हवा में प्रदूषण बढ़ाती है। ऐसे में राजस्थान की ओर से आई हल्की सी धूल भी हवा में प्रदूषण के स्तर को खतरनाक स्तर तक बढ़ा देती है।