बाबरी ढांचा विध्वंस को षडयंत्र कहने वाले मांगे माफी
नई दिल्ली। अयोध्या का बाबरी ढांचा विध्वंस कोई षडयन्त्र नहीं था और कोई सी.बी. आई जैसी ऐजेंसी व सुप्रीम कोर्ट इसे षडयंत्र कहते हैं तो उन्हें हिन्दुओं से माफी मांगनी चाहिए। यह राम मंदिर आंदोलन के ५ लाख बलिदानियों का अपमान है। राष्ट्रवादी शिवसेना के अध्यक्ष एवं यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट के राष्ट्रीय महासचिव जय भगवान गोयल ने एक वक्तव्य में कहा कि ६ दिसम्बर १९९२ को सब खुल्लमखुल्ला था और कोई षडयंत्र नही रचा गया था।
१९९० में मुलायम सरकार के गुंडों ने निहत्थे कारसेवकों को गोलियों से भूनकर उनके शवों को पत्थरों से बांधकर सरयू में बहा दिया था। हमने कोई बैंक डकैती नहीं की जो कुछ हुआ व सरेआम हुआ। लाखों कार सेवकों ने भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए ही ढांचा ध्वस्त किया था जो मुलायम सरकार के गोली काण्ड से बुरी तरहं आहत थे। हम पूरी तैयारी के साथ अयोध्या गए थे।
डाइनामाइट भी हमारे पास थे लेकिन उसकी जरूरत नहीं पड़ी। हिन्दुओं में व्याप्त गुस्से ने ही ढांचा का काम कर दिया था। सब कुछ डंके की चोट पर किया गया। इस मौका पर देश-विदेश के सैंकड़ों प्रेसकर्मी मौजूद थे। प्रत्येक कार सेवक के अन्दर प्रत्यक्षतः हनुमान जी आ गए थे। पहले ही एक दिसम्बर १९९२ को प्रशासन एवं प्रैस को आगाह कर दिया गया था कि ६ दिसम्बर को यह ढांचा नहीं बचेगा तो फिर षडयंत्र का प्रश्न कहां उत्पन्न होता है।
श्री गोयल ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए ७६ युद्ध अब तक हो चुके हैं। पांच लाख कार सेवक अब तक अपना बलिदान दे चुके हैं। ढांचा विध्वंस हिन्दुओं के आक्रोश का ही कारण था जिसका हमें गर्व है। इसके लिए जेल जाना तो क्या मैं फांसी पर भी चढ़ने को भी तैयार हूं। राम का जहां अपमान होगा वहां हम जान लगा देंगें।
यह ढांचा पिछले ५०० वर्षों से हिन्दुओं के माथे पर कलंक की तरहं था जिसे गिराकर यह कलंक धो दिया गया जिसका हमें गर्व है। देशभर में कहीं भी बाबर के नाम पर मस्जिद का निर्माण हुआ तो उसे ढहा दिया जाएगा। यहां यह उल्लेखनीय है कि गोयल बाबरी ढांचा विध्वंस के मुख्य आरोपियों में से एक है और सी.बी.आई. से जमानत पर हैं।
गोयल ने कहा कि जब ३० सितम्बर २०१० को इलाहाबाद हाईकोर्ट की तीन जजों की बैंच यह फेसला दे चुकी है कि विवादित स्थल श्री राम जन्म भूमि ही था तो किसी भी कोर्ट में कारसवेकों पर चलने वाले सभी मुकद्दमें तत्काल वापिस लिए जाने चाहिए और आयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण अविलम्ब प्रांरभ करवाना चाहिए। जल्द ही हम हिन्दू महासभा भवन, मंदिर मार्ग में पाचं लाख बलिदानियों की स्मृति में एक बलिदानी स्मारक का निर्माण करने जा रहे हैं। जिसमें २४ घण्टे अखण्ड ज्योति जलेगी व २४ घण्टे राम नाम का जाप होगा।