मोदी को ‘राष्ट्रऋषि’ बताने पर दिग्विजय बोले- हे प्रभु धर्म की रक्षा करो
नई दिल्ली । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘राष्ट्रऋषि’ बताने को लेकर योग गुरू बाबा रामदेव पर निशाना साधा है। दिग्विजय ने सवाल उठाया है कि क्या वाराणसी की विद्वत परिषद ने राम देव को अधिकृत किया है? रामदेव ने हरिद्वार में पीएम मोदी को राष्ट्रऋषि बताया था। दिग्विजय सिंह ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर रामदेव पर निशाना साधा।
उन्होंने लिखा कि पूर्व में राज ऋषि के पद से वाराणसी की विद्वत परिषद सम्मानित करती थी अब रामदेव कर रहा है। दिग्विजय ने ट्वीट में लिखा कि क्या वाराणसी की विद्वत परिषद ने राम देव को अधिकृत किया है? हे प्रभु धर्म की रक्षा करो। उन्होंने कहा कि वाक़ई में भाई कलयुग आ गया। हे प्रभु एक बार फिर से अवतरित हो कर भारत को एसे लोगों से बचाओ।
दरअसल कल पीएम मोदी हरिद्वार में बाबा रामदेव के पतंजलि योगीपीठ पहुंचे थे। यहां मोदी ने बाबा रामदेव के पतंजलि रिसर्च सेंटर का उद्घाटन किया। बाबा रामदेव ने कहा था कि मोदी इस राष्ट्र को एक ऋषि के रूप में मिले हैं। इसलिए हम आज उन्हें राष्ट्रऋषि का सम्मान देते हैं। रामदेव ने कहा कि देश के गरीब और वंचित लोग मोदी में अपना स्वरूप देखते हैं।
उन्होंने देश का गौरव बढ़ाया है। रामदेव के राष्ट्रऋषि वाले बयान पर पीएम मोदी ने कहा कि आज योगगुरू बाबा रामदेव ने मुझे राष्ट्रऋषि का सम्मान देकर मेरी जिम्मेदारी बढ़ा दी है। बाबा रामदेव ने आज मुझे सरप्राइज दे दिया है। इस सम्मान के लिए मैं रामदेव जी का बहुत शुक्रिया अदा करता हूं। नोटबंदी के दौरान दिग्विजय सिंह ने बाबा रामदेव की एक फर्जी खबर को ट्विटर पर शेयर किया था।
खबर में लिखा था कि नोटबंदी के बाद बैंक की लाइन में लगे-लगे बाबा रामदेव को चक्कर आ गए और वह बेहोश होकर गिए गए। खबर के साथ रामदेव की २०११ वाली एक तस्वीर शेयर की गई थी।
खबर का लिंक शेयर करते हुए दिग्विजय ने लिखा था कि पीएम मोदी के समर्थन में बैंक की लाइन में लगे रामदेव कुछ ही देर में गश खा कर हुए बेहोश यह कैसा योगी है? इस मामले के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने दिग्विजय सिंह को घेर लिया था।