शहीद परमजीत के परिवार की मांग, नहीं करेंगे अंतिम संस्कार
अमतृसर। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में कल पाकिस्तानी हमले में पंजाब के तरनतारण के रहने वाले शहीद परमजीत सिंह शहीद हो गए। आज उनका पार्थिव शरीर तरनतारण के उनके पैतृक गांव लाया गया है। परिवार ने कहा कि अगर शरीर क्षत विक्षत हुआ है तो अंतिम संस्कार तब तक नहीं करेंगे जब तक खुद पीएम मोदी या सीएम अमरिंदर सिंह उनसे मिलने न आएं।
परमजीत की पत्नी ने कहा कि जबतक पूरा पनमजीत का पूरा शरीर नहीं मिल जाता तब तक वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे मेरे पति का पूरा शरीर चाहिए। परमजीत के परिवार में गुस्सा इस बात का है कि सरकार पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब क्यों नहीं दे रही है? गांववालों को भी अपने इस लाडले के शहादत पर गर्व है।
शहीद परमजीत सिंह के घरवालों का दर्द दोहरा है। पहला दर्द बेटा गंवाने का, दूसरा दर्द इस बात का है कि सरकार पाकिस्तान को उसकी नापाक हरकत का करारा जवाब नहीं दे रही है? उनका साफ मानना है कि अगर सरकार एक बार पाकिस्तान को उसी के अंदाज में जवाब दे देगी तो फिर वो ऐसी कायराना हरकत नहीं करेगा।
एक बेटा और दो बेटियों के पिता परमजीत सिंह साल १९९५ में देश की सेवा की खातिर सेना में भर्ती हुए थे। सेना की नौकरी के साथ साथ वो अपने परिवार का पूरा ध्यान रखते थे। अपने बच्चों के लिए उन्होंने बड़े बड़े ख्वाब देखे थे लेकिन अफसोस उनका वो ख्वाब अधूरा रह गया है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की ओर से हुए हमले में कल भारत के दो जवान शहीद हो गए हैं। इस हमले के बाद पाक की बॉर्डर एक्शन टीम यानी बेट ने जवानों के शव के साथ बर्बरता भी की। बैट की टीम एलओसी से २०० मीटर अंदर आकर इस कायराना हरकत को अंजाम दिया। बैट की टीम ने छुपकर हमला किया।