चंद्रमा के 9000 चक्कर पूरे किए, 2 साल होने पर इसरो ने कहा अच्छे से काम कर रहा है ऑर्बिटर

बंगलूरू। चंद्रयान-2 को दो साल पूरे होने पर इसरो ने सोमवार को विज्ञान कार्यशाला आयोजित की। यह इसरो के वेबसाइट और फेसबुक पेज पर लाइव प्रसारित की गई। चंद्रयान-2 को दो साल पूरे होने के मौके पर इसरो ने सोमवार को चंद्र विज्ञान कार्यशाल आयोजित की। इसका उद्घाटन इसरो के प्रमुख के. सिवन ने किया।

उन्होंने कहा कि चंद्रयान-2 ने चंद्रमा के आसपास 9000 हजार से ज्यादा चक्कर पूरे कर लिए हैं। वह उसमें लगाए गए इमेजिंग व वैज्ञानिक उपकरणों के माध्यम से इसरो को उकृष्ट डाटा मुहैया करा रहा है। चंद्रयान-2 के 8 पेलोड चंद्रमा पर सुदूर संवेदी प्रौद्योगिकी के माध्यम से वैज्ञानिक प्रयोग कर रहे हैं।

इसरो के प्रमुख सिवन ने कहा कि वैज्ञानिक आंकड़े शिक्षा जगत एवं संस्थानों के विश्लेषण के लिए उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ताकि चंद्रयान-2 मिशन में और अधिक वैज्ञानिक साझेदारी हो सके। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद की दो दिनी कार्यशाला सोमवार से शुरू हुई। चंद्रमा के कक्ष में चंद्रयान-2 को चक्कर लगाते हुए दो साल पूरे होने के अवसर पर इसका आयोजन किया है। 

इसरो के चेयरमैन के.सिवन ने कहा कि आज दिनांक तक चंद्रयान-2 ने नौ हजार से ज्यादा चक्कर पूरे कर लिए हैं। सिवन अंतरिक्ष विभाग के सचिव भी हैं। इसरो के बंगलूर स्थित मुख्यालय में उन्होंने चंद्रयान-2 से जुड़े डाटा प्रोडक्ट व विज्ञान दस्तावेज जारी किए। सिवन ने कहा कि अब तक के नतीजे काफी उत्साहवर्धक रहे हैं। 
कार्यशाला में इसरो के चेयरमैन एएस किरण कुमार ने कहा कि चंद्रयान-2 के उपकरणों से हमें उत्कृष्ट आंकड़े मिल रहे हैं। दो दिनी कार्यशाला को इसरो की वेबसाइट और फेसबुक पेज पर लाइव दिखाया जा रहा है। छात्र, शिक्षा जगत और संस्थानों तक यह पहुंच सकें और चंद्रयान-2 के डेटा का साइंटिस्ट विश्लेषण कर सके। इसके अलावा इस वर्कशॉप में चंद्रयान-2 मिशन, निगरानी, अभियान और डेटा संग्रहण के पहलुओं पर भी व्याख्यान होंगे।