राज्यसभा में BJP ने लगाया शतक, 1988 के बाद ये उपलब्धि हासिल करने वाली पहली पार्टी बनी

नई दिल्ली। मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद सदन में बिल पर बिल पेश कर रही हैं। लोकसभा में बहुमत होने की वजह से बिल पास हो जा रहा था। दिक्कत होती थी राज्यसभा में और गुणा-गणित करना पड़ता था। क्षेत्रिए पार्टियों को मनाना पड़ता था। फिर वोटिंग होती थी। लेकिन अब बीजेपी के दिन आसान होने वाले हैं।

लोकसभा के बाद अब राज्यसभा में किसी बिल को पास कराने के लिए पार्टी को कुछ कम मेहनत करनी होगी क्योंकि अब राज्यसभा में बीजेपी के सांसदों की संख्या 100 के आंकड़े को छू गई है। बीजेपी 1988 के बाद ये उपलब्धि हासिल करने वाली पहली पार्टी बन गई है। राज्यसभा में अब बीजेपी के पास कुल सांसदों की संख्या 101 हो गई है।

5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद राज्यसभा की 13 सीटों पर चुनाव हुए। ये 13 सीटें छह राज्यों की हैं। जिसमें पंजाब से 4 सीट, केरल से 3 सीट, असम से दो और हिमाचल प्रदेश, नागालैंड व त्रिपुरा से एक-एक सीट शामिल हैं। बीजेपी ने इस 13 में से चार सीटें अपने नाम कर ली है।

बीजेपी ने पूर्वोत्तर के तीन राज्य असम, नागालैंड और त्रिपुरा से राज्यसभा की 4 सीटें अपने नाम की है। जिससे इस क्षेत्र से बीजेपी के राज्यसभा सदस्यों की संख्या भी बढ़ गई है। असम की दोनों राज्यसभा सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की है। त्रिपुरा बीजेपी अध्यक्ष माणिक साहा गुरुवार को पूर्वोत्तर राज्य की एकमात्र सीट से राज्यसभा के लिए चुने गए। एस फांगनोन कोन्याक गुरुवार को नगालैंड से राज्यसभा सदस्य के रूप में निर्विरोध चुनी गईं।