देश में महिला राष्ट्रपति और मणिपुर में महिला राज्यपाल होने का क्या फायदा: सीएम ठाकरे
मुंबई। मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ जारी हिंसा और अत्याचार पर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और राज्य की राज्यपाल अनुसुइया उइके को संबोधित कर सवाल उठाए। ठाकरे ने कहा, एक महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने की एक और घटना अभी सामने आई है…ऐसी घटनाएं पहले भी हुई थीं। दुर्भाग्य से, तब इन घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया गया था।
वीडियो सामने आने के बाद ही इन मामलों पर संज्ञान लिया गया और हो सकता है कि इसतरह के कई और उदाहरण हैं। उन्होंने आश्चर्य जताकर कहा, देश में महिला राष्ट्रपति और मणिपुर में महिला राज्यपाल हैं, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं है। शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष ने कहा, मैं राष्ट्रपति महोदया से अनुरोध करता हूं कि आप एक महिला हैं, इसलिए देश में जो चल रहा है उस पर आपकी क्या भूमिका होगी? हम अपने देश को भारत माता कहते हैं।
अगर उस मां का अपमान किया जा रहा है और ऐसा तमाशा बनाया जा रहा है, तब एक महिला के रूप में आप क्या कर रही हैं, राष्ट्रपति महोदया? ठाकरे ने यही सवाल मणिपुर की राज्यपाल उइके से भी पूछे, जिन्होंने खुद स्वीकार किया था कि उन्होंने अपने पूरे जीवन में ऐसी हिंसक घटनाएं कभी नहीं देखीं, जबकि यह मुद्दा फिलहाल संसद में गरमाया हुआ है।
ठाकरे ने कहा, तब आप बस देख रही हैं… यह हैवानियत तीन महीने से चल रही है… आपकी भूमिका क्या है…? उन्होंने कहा कि अत्याचार और क्रूरता सहने वाली महिला कारगिल युद्ध के नायक की पत्नी थी, जिससे यह और भी दु:खद हो गया। उन्होंने अफसोस जताया कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर पर बोलने के लिए तैयार नहीं हैं और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही उन्होंने राजस्थान चुनाव के लिए प्रचार शुरू करने से पहले लगभग 36 सेकंड तक बात की।